कोरोना वायरस की मार से बेजुबान पशु भी नहीं बच पाए हैं. कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से दुनियाभर में पालतू जानवर भी प्रभावित हुए. अब रूस से पहली ऐसी वैक्सीन बनाई है, जो पशुओं को कोविड-19 से बचाएगी. कृषि मामलों पर नजर रखने वाली संस्था रोजेलखोनाजोर ने बुधवार को इसं संबंध में घोषणा की है.
इस नई वैक्सीन का नाम Carnivac-Cov है, जिसे रूस के फेडरल सेंटर फॉर एनिमल हेल्थ ने विकसित किया है. शुरुआती ट्रायल में इसके कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिले हैं. इस संस्था के मुताबिक अप्रैल में इस वैक्सीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो जाएगा. ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, कनाडा, अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों ने इसे खरीदने में रुचि दिखाना शुरू कर दिया है.
कई जानवरों पर किया गया ट्रायल
रोजेलखोनाजोर के उप प्रमुख कोन्स्टेनटिन सावेनकोव ने कहा, ‘Carnivac-Cov वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल कुत्तों, बिल्ली, बर्फ में रहने वाली लोमड़ी, चूहों, लोमड़ी व अन्य जानवरों पर किया गया. यह ट्रायल पिछले साल अक्तूबर में शुरू हुआ था. इसके आधार पर यह परिणाम निकला कि यह वैक्सीन पशुओं के लिए उपयोगी है और इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं है. इस वैक्सीन से पशुओं की इम्युनिटी बढ़ेगी और 100 फीसदी एंटी बॉडीज विकसित होगी.’
अमेरिका और फिनलैंड भी बना रहे वैक्सीन
इस बीच ऐसी भी खबरें हैं कि अमेरिका और फिनलैंड भी पशुओं के लिए कोरोना की वैक्सीन बना रहे हैं. कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से लोगों में अपने पालतू पशुओं को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. कई मामलों में पाया गया कि कोरोनावायरस से पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं.
रूस ने ही बनाई थी पहली वैक्सीन
इंसानों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए पहली वैक्सीन भी रूस ने ही बनाई थी. हालांकि कई देशों ने इस वैक्सीन पर आशंका जताई है. यहां तक कि रूसी नागरिक भी इस वैक्सीन को लगवाने से डर रहे हैं. इस वैक्सीन पर कई सवाल भी उठे. हालांकि रूस ने दावा किया था कि स्पुतनिक-वी वैक्सीन 92 फीसदी प्रभावी है.