वाराणसी: शहर में इस समय चालान किसी वाहन का काटा जा रहा है और कट किसी और का जा रहा है। वाहन स्वामी अपना चालान लेकर ट्रैफिक पुलिस कार्यालय में शिकायत दर्ज कराने पहुंच रहे हैं।दरअसल यातायात पुलिस के एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के फेस-1 से रोजाना एक हजार के अधिक चालान किए जा रहे है, लेकिन स्वचालित नंबर-प्लेट पहचान (एनपीआर) कैमरा के सेंसर सही से काम नहीं कर रहे हैं। जिस कारण कैमरा गलत नंबर रीड कर ले रहा है।
इससे गलत गाड़ी का चालान कट जा रहा है। वहीं शहर में 100 वाहनों को चिह्नित किया गया है, जो दूसरे का नंबर प्लेट लगाकर चल रहे हैं। जिन पर सिटी कमांड सेंटर नजर बनाए हुए है। यातायात पुलिस कार्यालय में गलत चालान होने की हर महीने 250 शिकायतें आ रही हैं। यहां से सिटी कमांड सेंटर भेजकर उसकी जांच कराई जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाती है।
ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी ने बताया कि एनपीआर कैमरा अल्फाबेट रीड नहीं कर पा रहा है। जिसकी वजह से गलत चालान कट रहा है। कुछ नंबर प्लेट की बनावट भी ऐसी होती है, जिसकी दिक्कत हो रही है। कई लोग चालान से बचने के लिए नंबर प्लेट छिपाते है, जिससे कैमरे का सेंसर गलत नंबर रीड कर देता है।
केस 1- वाहन घर पर, कटा चालान
सारनाथ के गुलाब चंद्र की गाड़ी घर पर खड़ी थी, लेकिन सुबह 9:56 मिनट पर उनका वाहन का चालान हो गया। क्योंकि जो गाड़ी चला रहा था उसने हेलमेट नहीं लगाया था। इसके बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दी और उनके वाहन की नंबर प्लेट किसी दूसरे वाहन में लगने की बात कही।
केस 2- स्कूटी का गलत चालान
सोनारपुरा की रहने वाली रीमा की स्कूटी का चालान हो गया था, जबकि उनकी स्कूटी घर पर खड़ी थी। सुबह उनके फोन पर चालान का मैसेज आया तो उन्होंने इसकी जानकारी ट्रैफिक पुलिस को दी। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने सिटी कमांड सेंटर को मामले की जांच के लिए कहा है।
केस 3- पार्किंग में गाड़ी, चालान
परमानंदपुर के रहने वाले बहादुर यादव के भी स्कूटी का चालान सुबह रथयात्रा पर हो गया। इसमें यह दिखाया गया कि उन्होंने हेलमेट नहीं लगाया है। जबकि वह उस समय अपने ऑफिस में बैठे थे, और उनकी गाड़ी पार्किग में खड़ी थी। जब उन्होंने इसकी जानकारी ट्रैफिक पुलिस को दी।