आगामी 26 जून को देश के विभिन्न शहरों के बीच एक साथ पांच वंदे भारत ट्रेन चलने जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसे हरी झंडी दिखाएंगे। ये पांच ट्रेनें जिन रूटों पर चलेंगी वे हैं- मुंबई-गोवा, बेंगलुरु-हुबली, पटना-रांची, भोपाल-इंदौर और भोपाल-जबलपुर। आपको बता दें कि ओडिशा में हाल ही में हुए भीषण रेल हादसे के बाद वंदे भारत ट्रेनों को चलाने का सिलसिला रुक गया था।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 26 जून को पांच नई वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएंगी। इसमें मुंबई-गोवा, बेंगलुरु-हुबली, पटना-रांची और भोपाल-इंदौर, भोपाल-जबलपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन चलेंगी। दो हफ्ते पहले मुंबई-गोवा के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना थी, लेकिन ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। पटना-रांची के बीच ट्रेन का पहले ही सफल परीक्षण किया जा चुका है। अधिकारी ने बताया कि भोपाल-इंदौर, भोपाल-जबलपुर व बेंगलुरु-हुबली के बीच परीक्षण चल रहा है, जिसे तय समय में पूरा कर लिया जाएगा।
अभी तक 18 (जोड़ी) वंदे भारत ट्रेन चलाई जा चुकी हैं। पांच नई वंदे भारत ट्रेन चलने के बाद इनकी संख्या 23 हो जाएगी। यानी कुल 46 वंदे भारत ट्रेन पटरियों पर दौड़ने लगेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा की थी।
गोवा की पहली और मुंबई की चौथी वंदे भारत ट्रेन मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और गोवा के मडगांव के बीच शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। ट्रायल रन के दौरान इसने करीब सात घंटे में 586 किमी की दूरी तय की थी। इसके जिन सात स्टेशनों पर रुकने की संभावना है वे हैं, दादर, ठाणे, पनवेल, खेड़, रत्नागिरी, कंकावली और थिविम। अभी तक इसकी पूरी समय सारिणी जारी नहीं की गई है। सीएसएमटी से सुबह 5:25 बजे रवाना होगी और दोपहर 1:15 बजे मडगांव पहुंचेगी।
भारतीय रेलवे ने सोमवार को बिहार और रांची के बीच पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक किया। यह पटना जंक्शन से सुबह 06:55 बजे रवाना हुई और दोपहर 01:00 बजे गंतव्य पर पहुंची।
रांची में दक्षिण पूर्व रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी तक रूट चार्ट पक्का नहीं है, लेकिन टाटीसिलवाई, मेरसा, शांकी, बरकाकाना, हजारीबाग, कोडरमा और गया के रास्ते चलने की संभावना है। इसका किराया चेयर कार के लिए 1,000 रुपये से 1,200 रुपये और एक्जीक्यूटिव क्लास के लिए लगभग 2,000 रुपये के करीब होगा।
कर्नाटक को बेंगलुरु और हुबली-धारवाड़ के बीच एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलने वाली है। यह कर्नाटक के लिए दूसरी वंदे भारत ट्रेन होगी। इससे पहले वाली ट्रेन चेन्नई, बेंगलुरु और मैसूरु के बीच चलती है।
बेंगलुरु और हुबली-धवारवाड़ के बीच इस सेमी-हाई स्पीड ट्रेन की शुरुआत पर विचार चल रहा था। डाउनलाइन के विद्युतीकरण के कारण इसमें देरी हुई। केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री और धारवाड़ के सांसद प्रह्लाद जोशी ने वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत पर चर्चा करने के लिए 31 मई को अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी।