केंद्रीय खाद्य प्रदेश मंत्री दानवे रावसाहेब दादाराव ने शुक्रवार को बोला कि सरकारी विपणन कंपनी एमएमटीसी आसमान छूती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए प्याज आयात कर रही है. 20 जनवरी, 2020 तक प्याज की खेप हिंदुस्तान में आने की उम्मीद है.
उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रदेश मंत्री ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान बोला कि प्याज की कीमतें बढ़ रही हैं इसमें कोई दो राय नहीं है. बारिश देर से होने व उसके बाद लंबे समय तक अत्यधिक बारिश से प्याज की फसलें प्रभावित हुईं. इस संकट से निपटने के लिए सरकार ने बफर स्टॉक का प्रयोग किया.
एमएमटीसी ने भी कई राष्ट्रों से प्याज का आयात किया है, जिसके 20 जनवरी तक आने की उम्मीद है. वहीं, खाद्य ऑयल पर उन्होंने बोला कि इसका घरेलू उत्पादन देश में मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है. मांग व उत्पादन के बीच अंतर को आयात के जरिए पूरा किया जाता है.
दिल्ली में 100 रुपये किलो प्याज
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बताया कि प्याज की खुदरा कीमतें देश के कई शहरों में 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में प्याज की मूल्य 100 रुपये किलो रही, जबकि मुंबई, चेन्नई व कोलकाता में यह 120 रुपये प्रति किलो तक बिकी. टियर-2 व टियर-3 शहरों में भी प्याज के दाम ऊंचे बने रहे.
अधिकांश शहरों में जहां प्याज का औसत भाव 110 रुपये किलो है, वहीं पोर्टब्लेयर में 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. व्यापारियों व विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक जनवरी में नयी फसल मार्केट में आना प्रारम्भ नहीं होता, तब तक प्याज की कीमतें नहीं घटेंगी.