बंगाल की दुर्गापूजा में महिषासुर की जगह पर गांधी की प्रतिमा लगाना निंदनीय कृत्य
लखनऊ। जहां एक तरफ पूरी दुनिया महात्मा गांधी के विचारों की कायल है, खुद प्रधानमंत्री मोदी दूसरे देशों में गांधी की बात करते हैं, वहीं बापू के अपने ही देश में बार-बार उनका अपमान किया जा रहा है। बंगाल की प्रसिद्ध दुर्गापूजा में महिषासुर की जगह पर महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने वाले राक्षसी सोच वाले लोग हैं। ये बातें रालोद नेता रोहित अग्रवाल ने जारी एक बयान में कहीं।
उन्होंने कहा कि इधर बीते कई सालों से महात्मा गांधी के अपमान का एक चलन देखने को मिल रहा है। कभी कोई उन्हें असुर बता रहा है तो कोई उन्हें गोली मारकर खत्म करना चाहता है, लेकिन बापू एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचार हैं और विचारों को खत्म नहीं किया जा सकता। रोहित अग्रवाल ने कहा कि ‘रघुपति राघव राजा राम..’ और ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए जे पीर पराई जाने न’ जैसे भजन गाने वाले महात्मा गांधी ऐसे धर्म की बात करते थे जिसका मूल लोगों की भलाई के लिए काम करना था।
गांधी जी रामराज्य की बात करते हुए ऐसे आदर्श समाज की बात करते हैं जहां सभी को न्याय मिले, ऊंच-नीच का भेद न हो, विचारों को व्यक्त करने की आज़ादी हो, भाईचारा हो, लेकिन उनको नापसंद करने वाले ज़ाहिर है कि इन सब विचारों के खिलाफ हैं। इसीलिए बार-बार बापू का अपमान करने का प्रयत्न किया जा रहा है। जबकि महात्मा गांधी ने खुद कहा था, “तुम मुझे जंजीरों में बांध सकते हो, यातनाएं दे सकते हो, यहां तक कि मेरे शरीर को भी नष्ट कर सकते हो लेकिन मेरी सोच को कभी बंदी नहीं बना सकते”।