लखनऊ। ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा 12 अगस्त को एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया। डॉ मजहर खालिक (विषय प्रभारी) ने नए विद्यार्थियों का स्वागत किया और कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में व्यावसायिकता, टीम वर्क और नैतिकता के महत्व पर जोर दिया।
विज्ञान संकाय में भी हुआ ओरिएंटेशन कार्यक्रम
उन्होंने विशेष रूप से उभरती प्रौद्योगिकियों में निरंतर सीखने और कौशल विकास की आवश्यकता को रेखांकित किया ताकि विद्यार्थी प्रतिस्पर्धी बने रहें। इसके साथ ही डॉ मजहर खालिक ने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की प्रमुख अवधारणाओं के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद डॉ रज़ा अब्बास हैदरी (सहायक आचार्य) ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट, पाठ्यक्रम, नीतियों, ग्रेडिंग प्रणाली और शैक्षणिक आचरण की अपेक्षाओं का परिचय दिया, जिससे छात्रों को सफलता के लिए लक्ष्यों और रणनीतियों को समझने में मदद मिली।
इसके अतिरिक्त, डॉ रज़ा अब्बास हैदरी ने छात्रों को National Academic Depository (NAD)–DigiLocker, Academic Bank of Credits (ABC), ABC-ID बनाने की प्रक्रिया और उनकी उपयोगिता के बारे में समझाया। अंत में शगुफ्ता खान, सहायक आचार्य (अस्थायी) ने एआई, साइबर सुरक्षा और डेटा विज्ञान जैसे तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की, जिससे छात्रों के लिए इन प्रौद्योगिकियों के साथ अद्यतन रहने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिसमें कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सभी शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।