लखनऊ। सूबे की योगी सरकार कोरोना के खिलाफ महायुद्ध को जीतने के लिये हर रोगी तक ऑक्सीजन सप्लाई सुनिचित कराने में जुटी है। वैश्विक महामारी में बीमारी से संक्रमित मरीजों के लिये ऑक्सीजन जीवनदायनी है। सरकार ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिये बनाई गई रणनीति पर तेज गति से काम कर रही हे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मोर्चे की कमान अपने हाथों में संभाली है। प्रत्येक गंभीर रोगी तक ऑक्सीजन पहुंचने से अब संक्रमित मरीजो के ठीक होने की रफ्तार भी बढ़ने लगी है। प्रदेश में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के माध्यम से जामनगर (गुजरात) से 80 टन ऑक्सीजन मंगाई जा रही है। जिसके बाद ऑक्सीजन की कमी काफ़ी हद तक पूरी हो जाएगी ।सरकार का पूरा जोर आक्सीजन वेस्टेज को पूरी तरह रोकने और आपूर्ति बढाने पर है। क्रायोजेनिक टैंकरों के संबंध में ग्लोबल टेंडर जारी करने की कार्यवाही भी इसी का नतीजा है जिसको कल तक पूरा कर लिया जाएगा।
योगी सरकार ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्रदेश में सभी जरूरी प्रयास कर रही है। शुक्रवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत प्रदेश के सभी जिलों में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। भारत सरकार, राज्य सरकार और निजी क्षेत्र द्वारा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है। विभिन्न पीएसयू भी अपने स्तर पर प्लांट स्थापित करा रही हैं। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग और आबकारी विभाग द्वारा ऑक्सीजन जेनरेशन की दिशा में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। एमएसएमई इकाइयों की ओर से भी सहयोग मिल रहा है। यह सभी कार्य यथासंभव तेजी से पूरे किए जाने के उन्होंने निर्देश जारी किये हैं।
होम आइसोलेशन के मरीजों को ऑन डिमांड ऑक्सीजन की आपूर्ति
योगी सरकार ने होम आइसोलेशन और नॉन कोविड मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कई जिलों ने इस दिशा में अच्छा काम किया है। ऐसे ही सभी जिलों में होम आइसोलेशन के मरीजों को ऑन डिमांड ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था कराई जाए। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को जल्द एक सिस्टम तैयार कर पूरा कराने के निर्देश दिये हैं।
रिलायंस और अडानी जैसे औद्योगिक समूहों दे रहे ऑक्सीजन
योगी सरकार की ओर से ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिये किये जा रहे प्रयासों में अब निजि औद्योगिक समूह भी मदद को आगे आ गये हैं। भारत सरकार ने प्रदेश को 400 मीट्रिक टन के टैंकर दिए हैं। रिलायंस और अडानी जैसे निजी औद्योगिक समूहों की ओर से टैंकर उपलब्ध कराए गए हैं। ऑक्सीजन के संबंध में टैंकरों की संख्या और बढ़ाये जाने की जरूरत है। क्रायोजेनिक टैंकरों के संबंध में ग्लोबल टेंडर जारी करने की कार्यवाही कल तक पूरी कर ली जाए। विभिन्न जिलों के अस्पतालों तक ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित हो सके। इसके लिये वर्तमान में 89 टैंकर ऑक्सीजन से सम्बंधित कार्य में जुटे हैं।
जिलों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटिलेटर क्रियाशील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सीएचसी स्तर से लेकर बड़े अस्पतालों तक में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। सभी जिलों में वेंटिलेटर की सुविधा दी गई है। यह सभी क्रियाशील रहें, इसे सुनिश्चित करें। जिलों की जरूरतों के अनुसार और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदें जाएं। निजी औद्योगिक/वाणिज्यिक कंपनियों से हमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का सहयोग प्राप्त हो रहा है।
डीआरडीओ के कोविड अस्पताल को ट्रायल के लिए 10 एमटी ऑक्सीजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सभी जिलों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किये जाने के निर्देश दिेये हैं। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार से लगातार उनको सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि 06 मई को 1032 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया। इसमें केवल रीफलर के माध्यम से ही 612 एमटी ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदेश में की गई। वाराणसी में जल्द क्रियाशील हो रहे डीआरडीओ के कोविड अस्पताल को ट्रायल के लिए 10 एमटी ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। इनकी अन्य आवश्यकताओं की भी पूर्ति की जाए।