नई दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा का मंगलवार को तीन देशों का आठ दिवसीय आधिकारिक दौरा संपन्न हुआ। 14 जनवरी को दक्षिण पूर्वी एशियाई देश फिलीपींस से शुरू हुआ उनका दौरा पश्चिमी प्रशांत महासागर क्षेत्र में प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) पलाऊ गणराज्य और माइक्रोनेशिया के संघीय राज्य (एफएसएम) पर संपन्न हुआ।
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इस दौरान राज्य मंत्री ने तीनों देशों के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर उपयोगी चर्चा की।
मार्गेरिटा ने मंगलवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि उन्होंने माइक्रोनेशिया के राष्ट्रपति वेस्ले डब्ल्यू. सिमिना द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में हिस्सा लिया, जिस दौरान उनकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति एरेन बी पालिक से आपसी संबंधों को मजबूत करने को लेकर विस्तृत बातचीत हुई। इससे पहले उन्होंने विदेश सचिव लोरिन एस रॉबर्ट के साथ आपसी हितों के द्विपक्षीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की थी।
यह दौरा ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि माइक्रोनेशिया में भारत की ओर से यह पहली मंत्रिस्तरीय यात्रा है। इससे पहले मार्गेरिटा ने गुरुवार को पलाऊ गणराज्य के राष्ट्रपति सुरंगेल व्हिप्स जूनियर के दूसरे कार्यकाल के लिए आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया।
इसके अलावा उन्होंने पलाऊ के विदेश एवं व्यापार मंत्री कलानी कानेको से मुलाकात की और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की। मार्गेरिटा के इस लंबे विदेश दौरे की शुरुआत 14 जनवरी को फिलीपींस के राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस से मुलाकात के साथ हुई थी, जहां उन्होंने भारत-फिलीपींस साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए उपयोगी चर्चा की थी।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा विदेश राज्य मंत्री की इस क्षेत्र की यात्रा से भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इंडो-पैसिफिक के हमारे दृष्टिकोण के तहत फिलीपींस, पलाऊ और एफएसएम के साथ भारत की पारंपरिक रूप से घनिष्ठ साझेदारी को और मजबूत एवं गहरा होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी