पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) के आंतरिक हालात ठीक नहीं हैं। वहां सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच की जंग गहरा गई है। इसी लड़ाई में आज फिर से पाकिस्तान में घमासान छिड़ने के आसार हैं।
👉जेल में बंद मुख्तार अंसारी को महसूस हो रहा अपनी जान का खतरा, कोर्ट से की ये मांग
हालांकि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अपने समर्थकों से हरसंभव शांति बनाए रखने की अपील की है। लगे हाथ वो यह कहते हुए भी अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं को पहले से ही ताकीद कर रहे हैं कि आज (मंगलवार) को उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है क्योंकि इस्लामाबाद में विभिन्न मामलों में जमानत के लिए पेश होने वाले हैं।
एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा, “मंगलवार को मुझे जमानत के लिए इस्लामाबाद की अदालत में पेश होना है और 80 फीसदी संभावना है कि मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अभी देश में कानून का राज नहीं है। हम जंगल के कानून की ओर बढ़ रहे हैं।”
उधर, इमरान खान को चारों ओर से घेरने की रणनीति के तहत पंजाब प्रांत की सरकार की ओर से उनके लाहौर आवास के लिए 14 लाख पाकिस्तानी रुपये का भारी भरकम टैक्स नोटिस थमाया है।
👉उत्तराखंड समेत इन राज्यों में जमकर गिरेंगे ओले, आज शाम से मौसम होगा कूल-कूल
जियो न्यूज की खबर के अनुसार, उत्पाद शुल्क और कराधान विभाग द्वारा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख को उनके जमान पार्क निवास के लिए 14,40,000 रुपये के भुगतान को लेकर जारी नोटिस के अनुसार उन्हें सोमवार तक इस राशि का भुगतान करना है, जबकि इसे जमा करने की आखिरी तारीख 12 मई थी। खान वर्तमान में जमान पार्क निवास में रहते हैं।
दूसरी तरफ कानूनी शिकंजों से बचने कि लिए इमरान खान की पार्टी पीटीआई आर्मी एक्ट के तहत सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाने के खिलाफ शीर्ष अदालत पहुंची है। पार्टी ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर 9 मई के हमलों में शामिल नागरिकों के खिलाफ सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाने के खिलाफ सोमवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया और सरकार के फैसले को नियत प्रक्रिया और निष्पक्ष सुनवाई की संवैधानिक गारंटी का ”स्पष्ट उल्लंघन” करार दिया।
प्रांतीय कर संग्रह प्राधिकरण ने कहा कि खान से पिछले महीने घर का एक दस्तावेज मांगा गया था जिसे उन्होंने जमा करा दिया है और इसके मूल्यांकन के बाद उन्हें यह भारी भरकम कर चालान भेजा गया।
खबर के मुताबिक, खान ने अपने टैक्स का नियमित रूप से भुगतान किया है, लेकिन अगर वह इस बार ऐसा करने में विफल रहते हैं तो उन्हें कानून के अनुसार एक और नोटिस भेजा जाएगा। खबर के अनुसार, जमान पार्क में पीटीआई प्रमुख के पुराने घर को ध्वस्त कर उसके स्थान पर नए आवास का निर्माण किया गया था, जिसका स्वामित्व उनके और उनकी बहनों के पास है।