Breaking News

इन लोगों के लिए घातक हो सकता है पपीता, खाने से पहले जरूर पड़ ले ये खबर

पपीता कई लोग बड़े चाव से खाते है। इसका स्वाद लोगों को इतना पसंद आता है कि वह इसे नियमित रूप से भी खाना शुरू कर देते हैं। अगर आप सोचते हैं कि पपीता खाने से सिर्फ फायदा ही होता है तो आप गलत सोच रहें हैं। रिसर्च में बताया गया है कि पपीते का अधिक सेवन कई प्रकार की त्वचा संबंधित बीमारियों के साथ-साथ शरीर के कुछ विशेष अंगों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। यहां आपको पपीते के अधिक सेवन के कारण होने वाली बीमारियों के बारे में बताया जा रहा है।

पेट से जुड़ी समस्या: पपीते को अगर ज्यादा मात्रा में खाया जाता है कि यहां आपके पेट की कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। ऐसा इसलिए भी मुमकिन हो सकता है क्योंकि पपीते में फाइबर की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। वैसे फाइबर तो पाचन क्रिया के लिए लाभदायक माना जाता है। वहीं, मेडलाइन के अनुसार अधिक मात्रा में फाइबर का किया गया सेवन पेट में ऐठन, पेट दर्द और पाचन क्रिया को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।

किडनी स्टोन: यूं तो पपीते के सेवन से कैंसर, हाइपरटेंशन, ब्‍लड वेसेल डिस्‍ऑर्डर से सुरक्षा मिलती है लेकिन एक अध्‍ययन में यह बात भी सामने आई है पुरुषों के द्वारा अगर विटामिन-सी का अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो इससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। 100 ग्राम पपीते में लगभग 60Mg विटामिन-सी पाई जाती है। इसलिए इस बात पर विशेष ध्यान दें और हो सके तो डॉक्टर की सलाह लेकर इसका उचित मात्रा में सेवन करें।

पपीते से हो सकता है गर्भपात का खतरा: एक तरफ जहां पपीते के कई फायदे हैं वहीं दूसरी तरफ इस फल के कई नुकसान भी हैं। गर्भवती महिलाओं को पपीता और अनानास खाने से बचना चाहिए। एक फल के रूप में पपीता में कई लाभ हैं लेकिन इसके बीज और जड़ गर्भपात का कारण बन सकता हैं। इसलिए गर्भावस्था के दौरान इस फल का सेवन ना करना ही एक बेहतर उपाय है।

सांस से जुड़ी समस्या: जो लोग सांस से जुड़ी किसी भी प्रकार की बीमारी से पीड़ित हैं, वे अधिक मात्रा में पपीते का सेवन करने से बचें। नेशनल सेंटर फॉर बायो टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के द्वारा किए गए एक शोध में यह बताया गया है कि श्वास संबंधी बीमारियां जैसे कि अस्थमा के मरीजों को यह फल बहुत कम मात्रा में ही खाना चाहिए। दरअसल, ऐसे लोगों को पपीते का अधिक सेवन करने के कारण एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है।

स्किन एलर्जी: पपीते का सेवन करने के अलावा इसका चेहरे पर फेस पैक के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि पपीते में पेपेन एंग्जाइम होता है। वहीं, एनसीबीआई के अनुसार अगर इस एंग्जाइम का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो यहां सेंसेटिव स्किन वाले लोगों में एलर्जी पैदा कर सकता है। इसके कारण उनके चेहरे और त्वचा पर रैशेज भी दिखने लगते हैं।

About Aditya Jaiswal

Check Also

इस आसान विधि से घर पर ही तैयार करें गुड़ की चिक्की

सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में लोगों ने अपने खानपान से लेकर ...