लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (23अप्रैल) को कोरोना के मद्देनज़र कई अहम बैठकों की अगुवाई कर रहे हैं। पीएम मोदी ने सबसे पहले अधिकारियों के साथ देश की स्थिति पर चर्चा की और ताजा हाल को जाना। इसके अलावा दस राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी चर्चा की।
पीएम मोदी के साथ बैठक में महाराष्ट्र उतर प्रदेश कर्नाटक केरल छत्तीसगढ़ राजस्थान दिल्ली मध्य प्रदेश गुजरात और तमिलनाडु आदि राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। बताते चलें कि देश में कोरोना वायरस के कारण बेकाबू होते हालात, चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था और दर-दर भटकते मरीजों के बीच आज कई अहम बैठकें होनी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कोरोना के मद्देनज़र कई अहम बैठकों की अगुवाई कर रहे हैं। पीएम मोदी ने सबसे पहले अधिकारियों के साथ देश की स्थिति पर चर्चा की और ताजा हालात को जाना।
अधिकारियों से पीएम मोदी ने ताजा कदम क्या उठाए गए हैं, उसपर रिपोर्ट जानी। साथ ही ऑक्सीजन संकट को लेकर चर्चा की। अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद दस राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक शुरू हुई।
पीएम मोदी के साथ मीटिंग में केजरीवाल ने रखी ये मांगें
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि ऑक्सीजन की कमी काफी ज्यादा है, सरकार को देश के ऑक्सीजन प्लांट को कंट्रोल में लेकर सेना को सौंप देना चाहिए ताकि सभी राज्यों को ऑक्सीजन तुरंत मिल पाए। अरविंद केजरीवाल ने अपील की है कि हवाई मार्ग से भी ऑक्सीजन मिलनी चाहिए। जबकि ऑक्सीजन एक्सप्रेस की सुविधा दिल्ली में भी शुरू होनी चाहिए। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि देश में वैक्सीन सभी को एक ही दाम पर मिलनी चाहिए। केंद्र-राज्य को अलग-अलग दाम में वैक्सीन नहीं मिलनी चाहिए।
ऑक्सीजन की सप्लाई की चुनौती सबसे बड़ा संकट
देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की सप्लाई की दिक्कत है। दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान समेत कई राज्य ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। गुरुवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने ऑक्सीजन की सप्लाई तेज़ करने का निर्देश दिया था। पीएम मोदी का निर्देश था कि ऑक्सीजन का प्रोडक्शन पर्याप्त मात्रा में हो रहा है, लेकिन सप्लाई में बाधाएं हैं। इन्हें दूर करना चाहिए। जो इस वक्त ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं, उनपर कड़ा एक्शन लिया जाना चाहिए।
देश में बिगड़ते जा रहे हैं कोरोना के कारण हालात
भारत इस वक्त दुनिया में कोरोना संकट का एपिसेंटर बन चुका है। बीते दो दिनों में भारत में 6 लाख से ज्यादा नए केस दर्ज किए गए हैं। गुरुवार को 3.15 लाख कोरोना केस आए, जबकि शुक्रवार को आंकड़ा 3.30 लाख तक पहुंच गया। लगातार दूसरे दिन 2 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड्स का संकट है। वहीं जीवनरक्षक दवाई रेमडेसेविर भी नहीं मिल रही है।