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पीएम मोदी ने फारूक, महबूबा और आजाद सहित 14 नेताओं किया आमंत्रित

नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की अटकलों के बीच केंद्र शासित प्रदेश को लेकर चुनावी हलचल तेज हो गई है। प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए 14 नेताओं को बुलावा भेजा गया है। जिसमें चार पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। सूत्रों की माने तो इन नेताओं को 24 जून को दिल्ली बुलाया गया है। मालूम हो कि, अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार इस तरह की बैठक के लिए सभी नेताओं को बुलावा भेजा गया है।

चुनावी अटकलों के बीच जम्मू-कश्मीर को लेकर हलचल तेज

आगे की योजनाओं पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी नेताओं से संपर्क किया है और उन्हें आमंत्रित किया है। जिन नेताओं को मुलाकात के लिए बुलाया गया है उनमें पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती शामिल हैं।

जम्मू-कश्मीर को राजनीतिक ख़ामोशी से तोड़ने की कोशिश– राजीनीतिक विद्वान इसे जम्मू-कश्मीर को राजनीतिक ख़ामोशी से तोड़ने की कोशिश मान रहे हैं। जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर में सब कुछ सामान्य होने का सन्देश जाए। इसके पीछे केंद्र सरकार की मंशा स्थानीय नेताओं को साथ लेकर इन प्रक्रियाओं को शुरू करना है, क्योंकि उनके बग़ैर राजनीतिक प्रक्रियाओं की बहाली संभव नहीं है।

प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए जम्मू-कश्मीर से पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता तारा चंद, पीपील्स कॉन्फ्रेंस लीडर मुजफ्फर हुसैन बेग और बीजेपी नेता निर्मल सिंह व कवींद्र गुप्ता को भी आमंत्रित किया गया है। इनके अलावा सीबीआई (एम) नेता मोहम्मद युसूफ तारागामी, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के चीफ अल्ताफ बुखारी, पीपल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन, पैंथर्स पार्टी के नेता भीम सिंह को भी आमंत्रित किया गया है।

सीटों के परिसीमन को लेकर पार्टियों के साथ चर्चा–उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य के शीर्ष नेताओं की पीएम के मुलाकात खासतौर पर विधानसभा चुनावों की तैयारियां लेकर है, लेकिन यह कब तक होंगे इसको लेकर संशय अभी बरकरार है। खबर यह भी है कि केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव की सीटों के परिसीमन को लेकर पार्टियों के साथ पहले ही चर्चा कर लेना चाहती है।

राज्य के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के बाद पहली बार इस तरह की बैठक हो रही है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अतरिक्त अन्य केंद्रीय नेताओं के भी मौजूद रहने की सम्भावना है। सभी नेताओं को कोरोना जांच रिपोर्ट भी साथ लाने को कहा गया है।

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