नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता जताई। उन्होंने पड़ोसी देश में स्थिति में जल्द सुधार होने की उम्मीद जताई। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश के विकास का समर्थन करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर बात की।
‘बाबासाहेब आंबेडकर की संहिता को सांप्रदायिक बता रहे’, विपक्षी दलों का पीएम मोदी के संबोधन पर वार
उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीय बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। बांग्लादेश के हालिया घटनाक्रम पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, पड़ोसी होने के नाते मैं उससे जुडी चिंता को समझ सकता हूं। मुझे उम्मीद है कि स्थिति में जल्द ही सुधार होगा। पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश की प्रगति में भारत निरंतर समर्थन देता रहेगा। उन्होंने कहा, हम बांग्लादेश को उसकी विकास यात्रा में समर्थन देते रहेंगे।
बांग्लादेश में महीने भर चले सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद पांच अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दिया और देश छोड़कर भारत आ गईं। वह अभी नई दिल्ली में हैं। उनके तब तक यहां रहने की उम्मीद है, जब तक वह यह तय नहीं कर लेती कि शरण कहां लेनी है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार ने बांग्लादेश में सत्ता संभाली है। उम्मीद है कि वह नए सिरे से चुनाव आयोजित करेगी।