पाकिस्तान में पोलियों को खत्म करने के प्रयासों को शनिवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब इस बीमारी का नौंवा मामला सामने आया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ताजा मामला ब्लूचिस्तान प्रांत के झोब जिले में दर्ज किया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, झोब के हसनजई इलाके में डेढ़ साल के मासूम में पोलियो का मामला दर्ज किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा समन्वयक डॉ. मलिक मुख्तार अहमद ने कहा कि इस साल पोलियो वायरस से नौ बच्चे प्रभावित हुए हैं।
‘2024 में छह पोलियो रोधी अभियान चलाए’
पोलियो अभियान पर प्रधानमंत्री की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक आयशा रजा फारूक ने लोगों से अपने बच्चों को पोलियों की खुराक दिलवाने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस बीमारी को रोकने का एकमात्र तरीका पोलियो खुराक है। पोलियों के उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय आपातकालीन संचालन केंद्र के समन्वयक मुहम्मद अनवर उल हक ने कहा, पाकिस्तान सरकार ने इस साल छह पोलियो-रोधी अभियान चलाए। उन्होंने बताया कि इस बीमारी से बच्चों को बचाने के लिए विभिन्न रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।
शहबाज शरीफ ने बिल गेट्स से की थी मुलाकात
ताजा मामला ऐसे समय में सामने आया है जब एक महीने पहले प्रधानंत्री शहबाज शरीफ ने बिल एंड मलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स से मुलाकात की और देश से पोलियो को खत्म करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान में पोलियो के मामले
इस दौरान शरीफ ने कहा था, हम पोलियो के खिलाफ लड़ाई में साझेदारी और सहयोग के लिए गेट्स फाउंडेशन और वैश्विक भागीदारों के आभारी हैं। हम पोलियो को खत्म करने, प्रौद्योगिकी के जरिए सार्वजनिक वित्त समावेशन सुनिश्चित करने, लिंग अंतर को पाटने और अवसरों का का लाभ उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, पाकिस्तान और अफगानिस्तान दुनिया के एकमात्र ऐसे देश हैं, जहां पोलियो की बीमारी अभी बी बनी हुई है।