नई दिल्ली। राज्यसभा उपसभापति चुनाव में सियासी शह-मात का दांव बेहद दिलचस्प हो गया है। राजग उम्मीदवार हरिवंश का पलड़ा भारी होने के संकेतों के बीच गैर कांग्रेसी विपक्षी दलों ने मुकाबले में अपने चेहरे को दांव पर लगाने से कदम खींच लिए हैं। इस बीच जेडीयू सांसद हरिवंश ने नामांकन दाखिल कर दिया है।
उपसभापति पद के लिए विपक्षी एकजुटता
हालांकि, उपसभापति पद के लिए विपक्षी एकजुटता को बचाए रखने की रणनीति के तहत विपक्षी कुनबे के सभी दलों ने कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है। बदली सियासी परिस्थितियों में कांग्रेस अपने सांसद बीके हरिप्रसाद और मनोनीत सदस्य वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी को उम्मीदवार बनाने पर गौर कर रही है।
प्रत्याशी की उम्मीदवारी तय करने के लिए विपक्षी खेमे के दलों की कांग्रेस की अगुआई में मंगलवार दिन भर बैठकों के तीन दौर हुए। सुबह की पहली बैठक में राकांपा की वंदना चव्हाण को उम्मीदवार बनाने पर सहमति बन गई।
बसपा के सतीश मिश्र और टीएमसी के डेरेक ओब्रायन ने प्रस्ताव व अनुमोदन भी कर दिया। राजग से खफा शिवसेना को मराठी मानुष के नाम पर तोड़ने की रणनीति के तहत वंदना की उम्मीदवारी को विपक्षी खेमा दमदार आंक रहा था। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा करने से पहले सरकार की रणनीति का आकलन करने का निर्णय हुआ।