वाराणसी। काशी में गंगा प्रदूषण के चुनिंदा कारणों में पॉलीथिन भी है। पॉलीथिन में पूजन सामग्री भर कर गंगा में प्रवाहित कर देना लोगों को परंपरा की दृष्टि से भले ही उचित लगता होगा लेकिन मां गंगा की सेहत की दृष्टि से यह भारी पड़ रहा है। गंगा में पॉलीथिन कचरे का बोझ बढ़ रहा है। इससे जलीय जंतुओं की सेहत खतरे में पड़ रही है। ये बात सफाई अभियान चलाने वाले गंगा विचार मंच के संयोजक राजेश शुक्ला ने लोगों से गंगा की सफाई को लेकर चला रहे जागरूकता अभियान के दौरान कही।
उन्होंने कहा, गंगा के पक्के घाटों के किनारे रोज बड़ी मात्रा में पॉलीथिन निकाली जा रही है। घाट पर भारी मात्रा में पूजन सामग्रियां और धार्मिक पुस्तकों से भरी थैलियां निकलती है। घाटों के किनारे नित्य जागरूकता और सफाई अभियान चलाने वाले नमामि गंगे (गंगा विचार मंच) के संयोजक राजेश शुक्ला रोजाना लोगों से गंगा में पॉलिथीन न फेंकने का अनुरोध करते हैं ।
रिपोर्ट-जमील अख्तर