पटना: बीपीएससी के अभ्यर्थियों का साथ देने के लिए प्रशांत किशोर उनके साथ आये थे। अभ्यर्थियों के साथ मिलकर आंदोलन भी किया, जिस वजह से पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज भी किये थे। यहां तक कि पटना पुलिस ने उनपर प्राथमिकी भी दर्ज की। अब वह गांधी मैदान के बापू स्थल पर अपने समर्थकों और अभ्यर्थियों के साथ आमरण अनशन पर बैठ गये हैं। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को ही इस बात की घोषणा की थी कि अगर सरकार बीपीएससी परीक्षा को रद्द नहीं करती है तो वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। इस संबंध में प्रशांत किशोर ने कहा कि “मेरी मांगों में परीक्षा रद्द करना और नए सिरे से परीक्षा आयोजित करना है। उन्होंने कहा कि मैं उन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करता हूं जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षाओं से भरे जाने वाले पदों को बिक्री के लिए रखा था।
कहा था 48 घंटे का करुंगा इंतजार
पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किये जाने के बाद सरकार ने बात करने कम लिए बुलाया था। फिर प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात की। उनसे मुलाक़ात के बाद ही प्रशांत किशोर ने इस बात की घोषणा कर दी कि अगर नीतीश कुमार की सरकार बीपीएससी पेपर लीक पर कार्रवाई के लिए मात्र “48 घंटे” तक इंतजार करेंगे और फिर वह अपना आंदोलन तेज करेंगे।
यह भी है हमारी मांग
प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार जबतक बीपीएससी की परीक्षा कैंसिल नहीं करती है, तब तक यह अनशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में पूरी शिक्षा व्यवस्था चौपट है।उन्होंने कहा कि एक के बाद एक कर के अलग-अलग परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मांगों में डोमिसाइल नीति लागू करना भी शामिल है।