गोरखपुर। मकरसंक्रांति यानि खिचड़ी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर परिसर में लगने वाले मेले की तैयारी शुरु हो गयी है। हर साल की तरह इस साल भी भव्य मेले का आयोजन हो रहा है। यह मेला 14 जनवरी यानि मकरसंक्रांति से शुरु होता है, लेकिन मेले की तैयारी दिसम्बर के अंतिम सप्ताह तक पुरा हो जाता है। जिसकी वजह से दिसम्बर से ही लोग आना शुरु कर देते है। नये साल यानि की 1 जनवरी को गोरखनाथ मंदिर परिसर मे बड़ी संख्या में लोग आते है और मेले को देखते है और दर्शन भी करते है।
यहा देश ही नहीं बल्कि विदेशो से भी लोग आते है। खास करके नेपाल से बहुत ही ज्यादा लोग मेले मे दर्शन करने आते है। 14 जनवरी यानि मकरसंक्रांति के दिन मंदिर का नजारा ही कुछ और होता है। यहां लाखों की संख्या में लोग आते है और दर्शन करते है और मेला घुमते है। वैसे तो मकरसंक्रांति पुरे भारत में मनायी जाती है, लेकिन मकरसंक्रांति का त्योहार का असर गोरखपुर में ही देखने को मिलता है। इस त्योहार के अवसर पर देश के कोने-कोने से भारी संख्या में श्रद्धालु गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आते हैं। गोरखनाथ मंदिर परिसर मे एक महीने तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
मेले में लगी दुकानें-
इस मेले के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर परिसर मे करिब 1200-1300 दुकानें लगायी जाती है, मेले में लगने वाले मनोरंजन के सभी साधन आने शुरु हो गये है, जल्द ही वे परिसर में लग जायेंगे। हर बार की तरह इस बार भी दो सौ से अधिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोग अपनी दुकानें मेलें में लगायेंगे। आपको बता दे सिर्फ यही की नहीं अन्य राज्यों की भी दुकानें मेले में लगायी जाती है।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल