रायबरेली। कांग्रेस हाई कमान द्वारा उ.प्र. प्रदेश सरकार को प्रवासी मज़दूरों की सकुशल घर वापसी हेतु एक हज़ार बसों के सहयोग के प्रस्ताव से लेकर प्रदेश सरकार की मंजूरी प्रदान करने व बसों की जांच आदि के संदर्भ में शहर कांग्रेस महासचिव आशीष द्विवेदी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा सभी दलों से वैश्विक आपदा में सहयोग की अपील के उपरांत कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उ.प्र. प्रभारी प्रियंका गांधी द्वारा सहयोग हेतु बढ़े हांथों की हो रही प्रसंशा से विरोधी दल हलकान है। उन्होंने कहा कि मज़दूरों के रेल किराए पर किरकिरी करा चुकी है देश-प्रदेश की सरकार और अब बसों के मुद्दे पर स्वक्ष राजनीति के विपरीत कर रही आचरण जिसे जनता भली-भांति समझ रही है।
श्री द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश से लेकर स्थानीय नेताओं द्वारा दी जा रही प्रतिक्रिया से बेहतर यह होता कि ऐसे सभी जनप्रतिनिधि प्रदेश सरकार से अनुरोध करते कि उन 800 सौ से अधिक बसें जिन्हें की प्रदेश सरकार ने भी अपने मानकों के अनुरूप पाया है का त्वरित संचालन प्रवासी मज़दूरों को गंतव्य तक पहुचाने में किया जाए व कांग्रेस से मानकों की विपरीत पाए गए वाहनों के स्थान पर नई सूची उपलब्ध कराने को कहते, यदि कांग्रेस सूची न उपलब्ध कराती तो संभव है कि छींटाकसी की जाती जो कि वर्तमान आपात स्थिति में भी उचित न होता। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रह कर कांग्रेस द्वारा किया जा रहा जनसहयोग सराहनीय है न कि लिपिक त्रुटियों पर राजनीति व आरोप प्रत्यारोप।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सोनिया गांधी व प्रियंका वाड्रा गांधी के सहयोग से सांसद प्रतिनिधि केएल शर्मा के निर्देशन में गांव-गांव तक निरंतर पहुंचने वाली राहत सामग्री व शहर में प्रतिदिन होने वाले भोजन वितरण की। जनता गवाह है जनपद के मजलूमो को भोजन व राहत सामग्री के साथ ही विभिन्न प्रदेशों में फंसे जनमानस की हर संभव मदद कांग्रेस की सेवाभावना से ही सम्भव हो पा रहा है। जिसके सुखद परिणामों से लाभार्थी वाकिफ है। कांग्रेस को नीति-नियति के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नही। वर्तमान सरकारों के वादों-दावों से विरत कांग्रेस काम मे विश्वास रखती है। कांग्रेस की कथनी व करनी में कोई फर्क नही।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा