रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
अनलॉक में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी के दृष्टिगत राष्ट्र को सम्बोधित किया। इस परिस्थिति में सरकार अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह कर रही है। लेकिन कोरोना से बचाव हेतु मास्क और दो गज दूरी जैसे दिशा निर्देशों का पालन सभी को करना है। मोदी ने स्वयं कहा कि प्रधानमंत्री सहित कोई भी इस दिशा निर्देश से मुक्त नहीं है। वर्तमान परिस्थिति में अर्थव्यवस्था सम्बन्धी गतिविधियां भी बाधित है। इसका सर्वाधिक प्रतिकूल प्रभाव गरीबों पर पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने इस ओर विशेष ध्यान दिया है। इस संबन्ध में उन्होंने वन नेशन वन राशन कार्ड के साथ ही राशन वितरण योजना का समय बढ़ाने का ऐलान किया है।
हमने फैसला लिया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक यानी नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाएगा। अस्सी करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली योजना अगले पांच महीने भी लागू रहेगी। सरकार हर महीने परिवार के हर सदस्य को पांच किलो गेहूं या पांच किलो चावल मुफ्त देगी। साथ ही प्रत्येक परिवार को हर महीने एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा।इस योजना के विस्तार में नब्बे हजार करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे। पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो यह करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपया हो जाता है। नरेंद्र मोदी छठी बार राष्ट्र को संबोधित किया।
बारह मई को राष्ट्र के नाम संबोद्धन में उन्होंन अर्थव्यवस्था के लिए बीस लाख करोड़ रुपये के वित्तीय पैकेज की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते तीन महीनों में बीस करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे इकतीस हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं। इस दौरान नौ करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में अठारह हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। इसके साथ ही देश में एक देश एक राशन कार्ड की व्यवस्था पर भी काम किया जा रहा है। इसका लाभ उन लोगों को मिलेगा जो अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए अपना गांव छोड़ कर कहीं अन्य जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले। केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए। उन्होंने कहा कि अगर इस संकट काल के दौरान हम गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज उपलब्ध करा पाए हैं तो इसके लिए देश का अन्नदाता किसान और ईमानदार करदाता का ही योगदान है। मोदी ने इन सभी लोगों का अभिनन्दन किया है।