• उत्तर रेलवे के लिए आपदा प्रबंधन योजना-2023 का शुभारम्भ
• गतिशीलता बढ़ाने संबंधी कार्यो पर बल
• क्रू प्रबंधन पर बल
• दोहरीकरण और नई रेल लाइन परियोजनाओं के निर्माण पर बल
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ आज प्रधान कार्यालय, बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की। बैठक में अन्य विषयों के साथ-साथ रेल पथों पर संरक्षा, गति सीमा बढ़ाने, रेल परिचालन, बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों और मालभाड़ा लदान जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गयी।
कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक से पहले महाप्रबंधक ने उत्तर रेलवे के लिए आपदा प्रबंधन योजना-2023 का शुभारम्भ किया। इस योजना की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं, बाढ़, दुर्घटनाओं एवं अन्य आपदाओं के दौरान रेल प्रणाली को स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए और यात्रियों को तत्काल सहायता प्रदान करके रेल परिचालन को शीघ्रताशीघ्र कम से कम समय में बहाल करना चाहिए। महाप्रबंधक ने कहा कि रेल ज्वाइंटों और वैल्डों के परीक्षण और ल्यूबरिकेशन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाना चाहिए।
उन्होंने रात्रिकालीन गश्तों एवं निरीक्षणों को बढ़ाने के निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने पिछले सप्ताह में हुई अप्रिय घटनाओं पर चर्चा की। पटरियों और वैल्डों की दरारों, समपारों, यार्डों में अवपथन और ओएचई फेलियर के मामलों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण निर्माण परियोजनाओं और दोहरीकरण कार्यों की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों से कार्य में तेजी लाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए संरक्षा सर्वोपरि है। महाप्रबंधक ने रेलपथों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और हाई-स्पीड रेल सेक्शनों में रेल पटरियों के साथ-साथ चारदीवारी बनाने पर बल दिया। उन्होंने रेल पटरियों को पार करने की घटनाओं को गम्भीरता से लिया। उन्होंने संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेल पथों के निकट अतिक्रमणों को हटाने के प्रयास का परामर्श दिया।
महाप्रबंधक ने क्रू चेंजिंग प्वाइंटों पर क्रू चेंज के कारण रेलगाडि़यों के रूके रहने पर चिंता जताई और मंडलों को निर्देश दिए कि क्रू चेंजिंग न्यूनतम सम्भावित समय में पूरा किया जाये ताकि इस कारण रेलगाडि़यों के चलने में होने वाले विलम्ब को रोका जा सके। उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता बनाए रखने और संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मालभाड़ा लदान की रफ्तार बढ़ाने के निेर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि निर्माण परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी प्रणाली पर भी प्रमुखता से ध्यान दिया जाना चाहिए क्योंकि रेलवे के विकास पर इन परियोजनाओं की प्रगति निर्भर करती है। उन्होंने विभाग प्रमुखों से निर्धारित समय में विशेष निर्माण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उत्तर रेलवे अपने ग्राहकों को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी