लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी (Rajendra Chaudhary) ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर मतदान को प्रभावित करने के दुष्प्रयासों के बावजूद मतदाताओं का रूझान सभी 13 निर्वाचन क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी और इसके गठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में रहा है। भाजपा पहले तीन चरणों में ही अपनी साख खो चुकी थी और आगे भी मतदाता उसे भाव देने वाले नहीं है।
उत्तर प्रदेश की जनता का गठबंधन के प्रति भरोसा
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा का सफाया होना तय है। यह भी हो सकता है कि भाजपा दस से भी कम सीट पर सिमट जाये। 1977 में सत्ता प्रतिष्ठान के विरूद्ध जनता ने सत्ताधारी दल का सफाया कर दिया था। श्री चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता का गठबंधन के प्रति भरोसा मजबूत है। यह महागठबंधन न केवल भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिये है बल्कि राजनीति का नया रास्ता बनाने के लिए है। जनता को भाजपा की असलियत पता है। अखिलेश यादव का मानना है कि नई सरकार और नये प्रधानमंत्री होंगे, तभी नये भारत के निर्माण का रास्ता प्रशस्त होगा।
2014 में जनता से किए अच्छे दिन का वादा
श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा ने 2014 में जनता से किए अच्छे दिन का वादा नहीं निभा सकी, बल्कि उसके विपरीत कार्य किया। पिछले पांच वर्षों में किसानों की दशा खराब हुई, फसलों का उत्पादन मूल्य भी नहीं मिला, रोजगार में अभूतपूर्व कमी आयी और नौकरी की छंटनी हो गयी। विकास अवरूद्ध हो गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में विकास का जो रास्ता बनाया गया था, सिर्फ वही विकास कार्य दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश के दो साल की भाजपा सरकार में जनता डरी और सहमी है। लोकतंत्र में लोक की आवाज दबाने का काम भाजपा कर रही है। भाजपा मनमानी कर रही है और जनता मनमानी को बर्दाश्त नहीं कर सकती।