लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय की अध्यक्षता में लोकबन्धु राजनारायण की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्वाजलि सभा का आयोजन हुआ। इसके साथ ही साथ किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयन्ती से चलाए जा रहे किसान मजदूर जागरण सप्ताह का समापन भी किया गया। इस अवसर पर सभी रालोद नेताओं ने चौधरी साहब तथा लोकबन्धु राजनारायण जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश प्रभारी सदस्यता अभियान सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने किया।
राजनारायण एक महान विचारक और सामाजिक आन्दोलन के पुरोधा थे- रामाशीष राय
श्रद्वांजलि सभा को सम्बोधित करते हुये प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा कि राजनारायण एक महान विचारक थे और सामाजिक आन्दोलन के पुरोधा थे। राजनारायण जी गलत बातों तथा गलत नीतियों को पसंद नहीं करते थे। वह समाजवाद के बहुत बडे़ स्तम्भ थे और अपनी बातों को कहने में उनसे बेबाक नेता होना मुष्किल है। उनकी नीतियों और विचारों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
राजनारायण जी का मत था, जब तक समाज में सामाजिक समरसता नहीं होगी तब तक अच्छे भारत का निर्माण सम्भव ही नहीं- मनजीत सिंह
श्रद्वांजलि सभा को सम्बोधित करते हुये कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह ने कहा कि राजनारायण जी का मत था कि जब तक समाज में सामाजिक समरसता स्थापित नहीं होगी तब तक सच्चे और अच्छे भारत का निर्माण सम्भव ही नहीं। वह स्वयं इसी पर चलने का प्रयास करते थे और सभी को आगाह करते थे कि वही हमारे मूल अवधारणा का बिन्दु हैं।
इस अवसर पर किसान मजदूर जागरण के प्रदेश प्रभारी वसीम हैदर, रजनीकांत मिश्रा, आदित्य विक्रम सिंह, प्रदेष कोषाध्यक्ष बीएल प्रेमी, पूर्व विधायक रामलाल, युवा रालोद के राष्ट्रीय महासचिव अम्बुज पटेल, अवध क्षेत्र के क्षेत्रीय महासचिव चन्द्रकांत अवस्थी, रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, ज्योति कुमार राय एडवोकेट, डाॅ अमित राय, जयराम वर्मा, डाॅ अम्बरीष राय, विक्रान्त सिंह, डाॅ मुनीन्द्र सिंह, प्रशान्त मिश्रा, शहजाद, विक्रात सिंह, प्रमोद शुक्ला, महेश पाल धनगर, संजय चौधरी ने चौधरी साहब तथा लोकबन्धु राजनारायण के व्यक्तित्व पर अपने अपने विचार रखे।