लखनऊ। वर्तमान समय में केंद्र और प्रदेश में चल रही भाजपा की सरकार किसान विरोधी सिद्ध हो चुकी हैं, क्योंकि दिल्ली बार्डर पर लगभग 1 वर्ष अनवरत चलते रहे किसान आन्दोलन और उस आन्दोलन में लगभग साढ़े सात सौ किसानों के शहीद होने पर भी आज तक एमएसपी पर कोई भी कानून नहीं बना।
रालोद : सदस्यता अभियान की कमान संभाल रहे सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी को प्रदेश मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी
प्रदेश सरकार ने अब तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया है, जबकि पेराई सत्र समाप्त होने वाला है। राष्ट्रीय लोकदल इस सन्दर्भ में सम्पूर्ण प्रदेश में मुख्यमंत्री को संबोधित किसान संदेश अभियान पत्र के माध्यम से लगभग 1 माह से चला रहा है। फिर भी प्रदेश सरकार इसका कोई संज्ञान नहीं ले रही है। किसानों को विगत 8 वर्ष से हमारे प्रधानमंत्री के द्वारा आय दुगुनी करने का लॉलीपॉप दिखाया जा रहा है और मंदिर मस्जिद, भारत पाकिस्तान, श्मशान कब्रिस्तान के नाम पर किसानों तथा आम जनता का बहला फुसलाकर वोटो का धु्रव्रीकरण किया जा रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में पुनः इन्वेस्टर समिट का आयोजन कर रहे हैें और प्रचार माध्यमों से प्रदेश को ग्रोथ इंजन की संज्ञा दे रहे हैं। सोचने की बात यह है कि जिस प्रदेश में कानून व्यवस्था इतनी खराब हो जहां बस रूकवाकर छात्रा को गाली मार दी जाय और अपराधी भाग जाय, बड़े व्यापारियों और पेट्रोल पम्पों पर खुलेआम लूट की घटनाएं हो रही हों वहां निवेश के नाम पर कैसे सफलता मिल सकती है। क्योंकि निवेश करने से पूर्व निवेषक यहां की कानून व्यवस्था पर सोचने को मजबूर होगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री अथवा देश के प्रधानमंत्री अपने वक्तव्य में केवल भविष्य के आंकडे़ प्रस्तुत करके देश के युवाओं और बेरोजगारों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। उनके द्वारा कभी भी उन विभागीय आंकड़ों को नहीं प्रस्तुत किया गया कि अब तक किस विभाग में कितने युवाओं को नौकरी या रोजगार दिया गया। प्रदेश में चौधरी अजित सिंह की जयन्ती आगामी 12 फरवरी से 1 सप्ताह तक सरकार की अब तक की कारगुजारियों, असफलताओं और गलत नीतियों को लेकर घर घर और गांव गांव में जनसम्पर्क एवं जनसंवाद कार्यक्रम राष्ट्रीय लोकदल चलायेगा।