भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली है। नागपुर टेस्ट के बाद दिल्ली में भी भारत ने बड़ी जीत हासिल की थी। अब दोनों टीमों का आमना-सामना इंदौर में होगा।
इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा भारतीय टीम में केएल राहुल की पोजिशन को लेकर हो रही है, जिनसे उपकप्तानी छीन ली गई है। वे पिछली तीन पारियों में कुल 38 रन बना सके हैं। ऐसे में उनको टीम से बाहर किए जाने की बात कही जा रही है, क्योंकि अब वे उपकप्तान भी नहीं हैं।
उन्होंने आगे कहा, “यदि उपकप्तान प्रदर्शन नहीं करता है, तो कोई उसकी जगह ले सकता है; कम से कम अब टैग नहीं है। मैं कुंद और क्रूर हो रहा हूं, मुझे घर पर खेलने में उपकप्तान पसंद नहीं है। विदेशों में, यह अलग बात है। यहां, आप प्राइम फॉर्म चाहते हैं, आप चाहते हैं कि शुभमन गिल जैसा कोई बल्लेबाज खेले। वह चुनौती देगा। उसे उस दरवाजे को नीचे धकेलना पड़ता है और साइड में जाना पड़ता है। अब, वह उपकप्तान नहीं है, यह टीम प्रबंधन का निर्णय होना चाहिए।”
उधर, टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने उपकप्तानी को लेकर एक अलग तरह की दलील दी है। उनका कहना है कि होम टेस्ट सीरीज के दौरान कोई उपकप्तान होना ही नहीं चाहिए। शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू पॉडकास्ट में कहा, “टीम प्रबंधन तय करेगा (उपकप्तान)। वे उसकी (राहुल के) फॉर्म को जानते हैं, वे उसकी मानसिक स्थिति को जानते हैं।
वे जानते हैं कि उन्हें शुभनन गिल जैसे किसी बल्लेबाज को कैसे देखना है। मेरा हमेशा मानना है कि भारत के टेस्ट मैचों के लिए कभी भी उपकप्तान नियुक्त नहीं करना चाहिए। मैं सबसे अच्छे प्लेइंग XI के साथ जाऊंगा। अगर कैप्टन मैदान पर जाएगा तो उसके लिए खिलाड़ियों को एक तरह से देखना होगा। इसलिए आपको जटिलताएं बनाने की आवश्यकता नहीं है।”