ओली ने कहा कि अपर त्रिशूल पनबिजली के इस्तेमाल से देश में बिजली के आयात में कमी आएगी और आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी. औद्योगीकरण और कृषि आधुनिकीकरण को इससे मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि अन्य निमार्णाधीन पनबिजली परियोजनाओं के पूरा होने के बाद नेपाल का अर्थतंत्र उन्नत होगा.
अपर त्रिशूल पन बिजलीघर चीन सीमा से लगे नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र रसुवा क्षेत्र में स्थित है. यह चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सीमावर्ती चिलोंग कांउटी से 32 किमी दूर है.
इस पन बिजलीघर में कुल दो जेनरेटर सेट हैं. हर एक की उत्पादन क्षमता 30 मेगावाट है. इस परियोजना के निर्माण के लिए कुल 12 करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर की धनराशि का निवेश किया गया. इस वर्ष मई और अगस्त महीने में दोनों जेनरेटर सेट का संचालन शुरू हुआ. बताया गया है कि इस पन बिजलीघर से नेपाल में करीब आठ प्रतिशत की बिजली मांग पूरी होगी. इस परियोजना का निर्माण जून 2011 में शुरू हुआ.