राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल नई शिक्षा नीति के संदर्भ में प्रारंभ से ही विश्वविद्यालयों व शिक्षाविदों से संवाद करती रही है। उनका कहना था कि नई शिक्षा नीति एक क्रांतिकारी प्रयास है। भारत की परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए इसका निर्मांण किया गया है। इसमें विद्यार्थियों को सर्वांगीण विकास का अवसर दिया गया। इसमें भारतीय संस्कृति के अनुरूप विचारों का समावेश है। इसके माध्यम से भारत को पुनःविश्वगुरु बनाया जा सकता है।
इसके साथ ही आनन्दी बेन पटेल कोरोना काल में ई शिक्षा के सुचारू संचालन पर भी जोर देती रही है। इन दोनों बिंदुओं के संदर्भ में उन्होंने एक बार फिर विश्वविद्यालयों के ध्यान आकृष्ट किया है। आनन्दी बेन ने कहा कि नयी शिक्षा नीति लागू करने हेतु समीक्षा बैठके यथा शीघ्र करके तैयार प्रस्ताव को विद्या परिषद की बैठक में विचार विमर्श हेतु प्रस्तुत करें। विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय के शिक्षक भी ई कंटेंट तैयार करे। लिविंग लीजेण्ड के विशिष्टीकरण पर व्याख्यान माला भी आयोजित की जानी चाहिये। आनंदीबेन पटेल ने जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय,बलिया तथा सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के साथ समीक्षा बैठक के दौरान विचार व्यक्त किये।
महिला स्वावलंबन
आनन्दी बेन महिला सशक्तिकरण में विश्वविद्यालयों से सहयोग का आह्वान करती है। इसके अनुरूप उन्होंने दिशा निर्देश भी दिए। कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिये शिक्षा,स्वास्थ्य स्वाभिमान,सुरक्षित मातृत्व,कुपोषण तथा आर्थिक स्वावलबंन के कार्यक्रम चलाये जायें। इसमें नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान,स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं तथा विशिष्ट महिलाओं, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों आदि को शामिल करते हुये विश्वविद्यालय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाये,जिसमें केंद्र तथा राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं, सामाजिक कुरीतियों तथा रोजगार कार्यक्रमों की जानकारी दी जाये एक करने से नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सरकारी योजनाओं का लाभ अपनी ग्राम सभा में दे सकेंगे।
शैक्षणिक भ्रमण
आनन्दी बेन का मानना है कि विद्यार्थियों को कुछ खास सामाजिक व सरकारी संस्थाओं के विषय में भी जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की छात्राओं को बाल सदन, नारी निकेतन, वृद्धाश्रम,जच्चा-बच्चा अस्पताल आदि का भ्रमण करायें, ताकि वे अपने जीवन में सही और गलत के उत्तर को जान सकें तथा बच्चों की ऐसी टीम तैयार करे जो ग्रामीण महिलाओं का अपने अनुभव बांटने के साथ व्याख्यान भी दे सकें। राज्यपाल ने कोविड टीकाकरण व योग दिवस तथा वृहद् वृक्षारोपण की तैयारी के निर्देश दिये।