अमरीश श्रीवास्तव – राजधानी का एक क्षेत्र अचानक सुर्खियों मे आ गया । मामला था , राजधानी के काकोरी थानाक्षेत्र मे आतंकी गतिविधियों का । लखनऊ एटीएस ने एमपी एटीएस से मिली इनपुट पर काकोरी थानाक्षेत्र में शाम तकरीबन 3:30 बजे हाजी कॉलोनी स्थित एक मकान की घेरा बंदी कर कार्यवाही शुरू किया । इस ऑपरेशन में एटीएस के करीब 20 स्पेशल कमांडो मौके पर मौजूद थे। आंतकी खुद को एक कमरे में बंद किए हुये थे। जिस वजह से आतंकियों की संख्या का सही पता नही चल पा रहा है। शाम तकरीबन 5 बजे मकान के अंदर से फ़ाइरिंग शुरू हुई। एटीएस की तरफ से भी जवाबी फायर झोंकी गयी। दोनों तरफ से तकरीबन 15 से 20 राउंड गोलियां चली। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि मकान के अंदर तकरीबन 3 आतंकी मौजूद है। लेकिन देर रात एक आतंकी मार गिराया गया । आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया की एटीएस आॅपरेशन में पूरी तरह एहतियात बरतते हुए कोशिश कर रही है कि संदिग्ध आतंकी जिंदा पकड़ लिया जाए ।
कौन था आतंकी
आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया की आतंकी का नाम सैफुल उर्फ सैफुल्लाह है । सैफुल कानपुर का मूल निवासी बताया जा रहा है । सैफुल जिस मकान में मौजूद था वह मकान मलीहाबाद के मूल निवासी बादशाह नामक शख्स का बताया जा रहा है जो सऊदी अरब में रहता है। बताया जाता है की बादशाह खुद सऊदी अरब में रहता है और मकान की ज़िम्मेदारी लखनऊ निवासी एक व्यक्ति को दे रखा था ।। केयर टेकर के मुताबिक तीन महीने पहले चार युवक जो अपने आप को छात्र बता रहे थे उन्होंने किराए पर मकान लिया था।
12घंटे तक चला मुठभेड़
एमपी एटीएस से इनपुट मिलते ही यूपी एटीएस सक्रिय हो गयी व दोपहर तकरीबन 3:30 बजे काकोरी थानाक्षेत्र के हाजी कॉलोनी स्थित एक मकान मे धावा बोल दिया । एटीएस आतंकी को जिंदा पकड़ना चाहती थी इसलिए पूरी तरह से एहतियात बरत रही थी । आतंकी खुद को एक कमरे मे बंद कर लिया था व रुक रुक कर फायर कर रहा था । आतंकी के तरफ से तकरीबन 50 राउंड फायर झोंकी गयी । मुठभेड़ तकरीबन 12 घंटे तक चला । मुठभेड़ मंगलवार दोपहर 3:30 बजे शुरू हुआ व बुधवार सुबह तकरीबन 3 बजे तक चला । इस दौरान पुलिस व एटीएस के संयुक्त टीम ने आतंकी को मार गिराया ।
आतंकी के कमरे से बरामद हुये सामानों की सूची
- आईएसआईएस का झण्डा
- भारतीय रेल का रूट मैप
- 8 पिस्टल
- 650 कारतूश
- 4 चाकू
- बारूद की बोतल
- पाइप के टुकड़े
- मिर्ची बम
- 7 मोबाइल
- दर्जन भर सिम कार्ड
- दस्ताने
- वाकीटाकी
- कम्पास
- छोटी बड़ी घड़िया
- लोहे छर्रे
- पेंट स्प्रे
- फेविक्विक
- टेप
- एरल्डायीट ग्लू
- माचिस
- लोहे के तार
- बिजली के तार
- पाइप बम बनाने के लिए उपयोग होने वाला स्टापर
- कील
- कम्प्युटर माऊस
- भारतीय नयी करेंसी
- चाभियों का गुच्छा
- तीन पासपोर्ट
- एटीएम कार्ड
- 50 ग्राम सोना
- टिशू पेपर
- स्क्रू ड्राईवर
- बारूद की सुतली
- ताले
- 10 रुपये का नोटराईज़ स्टैम्प
- बैंडेज (मेडिकल मे प्रयोग होने वाला )
- दैनिक भास्कर अखबार
- 4 बड़ी डायरी 1 छोटी डायरी
- आधार कार्ड का प्रिंट आउट
- नायलोन की रस्सी
- मोबाइल की बैटरी
- मोबाइल चार्जर
- प्रतिदिन का दिनचर्या
पाँच वक़्त का नमाज़ी था आतंकी
सैफुल नाम का आतंकी पाँच वक़्त का नमाज़ी था । सैफुल अपने कमरे मे प्रतिदिन दिनचर्या का चार्ट बनाया था , जिसमे कब क्या करना था इस बात का जिक्र था । कुछ ऐसे शब्द मिले जिनका मतलब जानने के लिए हमने लखनऊ शहर के एक उर्दू जानकार मोहम्मद अतिकुर हलीम अंसारी की मदद लिया ।
एक नज़र सैफुल की दिनचर्या पर
सुबह 4:00 बजे
- सोकर उठना
- तहजूद (तहजूद एक तरह की नमाज होती जो सुबह सूरज निकलने से पहले अकेले पढ़ी जाती है)
- फजीर (फजीर एक तरह की नमाज होती है)
- टहलना
- व्यायाम
सुबह 8 बजे
- नाश्ता
सुबह 9:15 बजे
- हिब्ज (कुरान को बिना देखे पढ़ना)
- नजराह (कुरान को देख कर पढ़ना)
दोपहर 12:30 बजे
- जौहर सलात (दोपहर की नमाज)
- खाना
- कैलुलाह (दोपहर का खाना खा कर आराम करना)
शाम 4 बजे
- असर सलात (शाम की नमाज)
- तफ़सीर (कुरान की अनुवाद का विवरण)
- हदीस (हज़रत मोहम्मद साहब के वचनों पर अमल करना)
शाम 6 बजे
- मजरीब सलात (सूरज डूबने के बाद पहली नमाज)
- खाना पकाने की शुरुआत
रात 8 : 30 बजे
- ईशा सलात (रात की नमाज)
इसके अलावा रोजा के दिनों मे
सुबह 4 बजे
- सोकर उठना
- तहजीद (तहजूद एक तरह की नमाज होती जो सुबह सूरज निकलने से पहले अकेले पढ़ी जाती है)
- सहरी (रोजा के दिनों मे सूरज निकलने के पहले का खाना)
- फजीर सलात (फजीर एक तरह की नमाज होती है)
- छोटा सा विराम
सुबह 6:15 बजे
- लेक्चर
सुबह 8 बजे
- हिफ़्ज़ (बिना देखे कुरान याद करना)
दोपहर 12 :30 बजे
- जौहर सलात (दोपहर की नमाज)
- तफ़सीर (कुरान की अनुवाद का विवरण)
- हदीस (हज़रत मोहम्मद साहब के वचनों पर अमल करना)
शाम 3 बजे
- खाना पकाना
शाम 4:30 बजे
- असर सलात (शाम की नमाज)
- फिकाह (शरीयत “इस्लामिक” ला)
शाम 7 बजे
- मजरीब सलात (सूरज डूबने के बाद पहली नमाज)
- खाना
रात 8 :30 बजे
- ईशा सलात (रात की नमाज)
उर्दू शब्दो का हिन्दी रूपांतर इस्लाम के जानकार – मोहम्मद अतिकुर हलीम अंसारी
अब देखे घटना से जुड़ी तस्वीरें
इसी घर मे छुपा था आतंकी
आतंकी की दिनचर्या
आतंकी के पास से बरामद समान
आतंकी के पास से बरामद अशलहे व भारी मात्रा मे कारतूश
आतंकी के पास से बरामद भारतीय रेल का रूट मैप
घर के अंदर चल रहा था बम बनाने की फैकट्री , बरामद हुये उपकरण
आतंकी मुठभेड़ मे तैनात ब्लैक कमांडो
मुठभेड़ मे मुस्तैद पुलिस अधिकारी
छवानी मे तब्दील हुआ क्षेत्र
मुठभेड़ का नज़ारा देखते सैकड़ो लोग
एक किलोमीटर की परिधि मे लगा जाम
आतंकी की गतिविधियाँ जानने के लिए दीवार मे किया गया छेद
घर के अंदर प्रवेश करते पुलिस के अफसर
मुठभेड़ मे मारा गया आतंकी की लाश ले जाते पुलिस कर्मी