लखनऊ। विश्व धरोहर सप्ताह (19-25 नवम्बर, 2022) के अवसर पर उप्र राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा प्रशासकीय भवन, छतर मंजिल परिसर, कैसरबाग, लखनऊ में “हमारी धरोहर-हमारी गौरव” विषयक आधारित छायाचित्र-प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महापौर संयुक्ता भाटिय एवं साहित्यकार पद्मश्री विद्या बिन्दू सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलन कर छायाचित्र प्रदर्शनी का लोकार्पण किया गया। प्रदर्शनी में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में सम्मिलित भारत के 40 सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक स्मारकों के छायाचित्रों के साथ ही साथ उप्र की ऐतिहासिक एवं पुरातात्त्विक स्मारकों स्थलों के छायाचित्रों को भी प्रदर्शित किया गया। इसके पूर्व उक्त विषय पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
इस अवसर पर बोलते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि किसी व्यक्ति का अपनी धरोहर से संबंध उसी प्रकार का है, जैसे एक बच्चे का अपनी माँ से संबंध होता है। हमारी #धरोहर हमारा गौरव हैं और ये हमारे इतिहास-बोध को मज़बूत करते हैं। हमारी कला और संस्कृति की आधार शिला भी हमारे विरासत स्थल ही हैं।
महापौर ने कहा, हमारी विरासतें हमें विज्ञान और तकनीक से भी रूबरू कराती हैं,ये मनुष्यों तथा प्रकृति के मध्य जटिल सबंधों को दर्शाती हैं और मानव सभ्यता की विकास गाथा की कहानी भी बयां करती हैं। भारत एक ऐसा देश रहा है जिसका इतिहास विविधता से भरा हुआ है, दुनिया की प्राचीनतम हड़प्पा सभ्यता से जहाँ हम सर्वोत्तम नगर-योजना के गुर सीख सकते हैं तो, जयपुर के जंतर-मंतर और वेधशालाओं में हम समकालीन वैज्ञानिक विकास की झलक देख सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में महापौर ने कहा, भारत में हजारों ऐसी #विरासत स्थल हैं, जिनकी सरंचना बहुत ही मज़बूत है। राजस्थान के बहुत से किलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस होटलों में तब्दील किया जा चुका है। होटलों या संग्रहालयों या पुस्तकालयों के रूप में उपयोग किये जाने के अलावा, इस प्रकार की इमारतों को आसानी से स्कूल या क्लीनिक के रूप में उपयोग करने के अनुकूल बनाया जा सकता है।
प्रतियोगिता में नारी शिक्षा निकेतन पीजी कालेज, नवयुग महिला पीजी कालेज, अटल बिहारी वाजपेयी नगर निगम डिग्री कालेज, एपी सेन मेमोरियल कालेज एवं कालीचरण पीजी कालेज के छात्र एवं छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय क्रमशः आंचल पाण्डेय, प्रिया गुप्ता, प्रियांशी गुप्ता के साथ ही अर्चना सोना एवं शिल्पी चौहान ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों को प्रतीक चिन्ह के साथ-साथ प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। इस अवसर पर महापौर संग पुरातत्व विभाग की निदेशक डॉ रेनू द्विवेदी, सहायक पुरातत्व अधिकारी डॉ राजीव कुमार त्रिवेदी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।