स्विटजऱलैंड के खूबसूरत शहर दावोस में विश्व आर्थिक मंच से इतर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। मंगलवार को हुई इस मुलाकात में इमरान खान ने ट्रंप के सामने एक बार फिर से कश्मीर का राग अलापा। इस पर ट्रंप ने एक बार फिर कश्मीर पर मध्यस्थता की इच्छा जाहिर की। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका कश्मीर पर नजऱ बनाए हुए है। अगर दोनों देश चाहे, तो वो अभी भी मदद कर सकते हैं
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इससे पहले भी कश्मीर पर मध्यस्थता करने की मंशा जाहिर की थी। हालांकि भारत ने उसे सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि कश्मीर द्विपक्षीय मसला है और इस पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से उनके भारत और पाकिस्तान के दौरे को लेकर भी सवाल किया गया। यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारत का दौरा करते हुए भी पाकिस्तान जाएंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अभी तो हम (ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान) साथ हैं, इसलिए हमें वास्तव में अभी तो ऐसा कुछ नहीं करना पड़ेगा। लेकिन एक अन्य दृष्टिकोण से देखें तो मैं दोनों ही देशों को च्हैलोज् कहना चाहता था। क्योंकि इन दोनों ही देशों के साथ हमारे काफी पुराने और गहरे संबंध हैं।
बीते वर्ष सितंबर में राष्ट्रपति ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि पाकिस्तान और भारत के बीच दशकों से चले आ रहे कश्मीर मुद्दे पर हमने बात की है और जो भी मदद हम कर सकते हें उसके लिए तैयार हैं। ट्रंप ने कहा था कि वह इस मुद्दे पर मदद की पेशकश और मध्यस्थता के लिए दोनों देशों से लगातार संपर्क में हैं। अमेरिका बारीकी इस पर नजर बनाए हुए है।