शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसियों के साथ कनेक्टिविटी को भारत की प्राथमिकता बताते हुए SECURE कॉन्सेप्ट पेश किया। SCO Summit में पीएम मोदी ने 6 चीजों पर विशेष जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा, “S यानी की सिक्योरिटी फॉर सिटिजन (नागरिकों की सुरक्षा), E यानी की इकोनॉमिक डेवेलपमेंट (आर्थिक विकास), C यानी की कनेक्टिविटी इन द रिज़न (क्षेत्रीय संपर्क), U यानी की यूनिटी (एकता), R यानी की रेस्पेक्ट फॉर सोवरनिटी एंड इंटेग्रिटी (संप्रभुता का सम्मान) और E यानी की एनवॉयरमेंट प्रोटेक्शन (पर्यावरण संरक्षण)।” इसके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में आतंकवाद से पीड़ित देश अफगानिस्तान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शांति की तरफ जो कदम उठाए हैं, उनके इस कदम का सभी को सम्मान करना चाहिए।
एससीओ फूड फेस्टिवल और बौद्ध महोत्सव का आयोजन
पीएम मोदी ने कहा भारत इस समिट की सफलता के लिए पूरा सहयोग देने को प्रतिबद्ध है। इसके साथ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एससीओ के सदस्य देशों से महज 6 फीसदी पर्यटक भारत आते हैं। जिसे आसानी से बढ़ाकर दोगुना किया जा सकता है। पीएम मोदी ने कहा हमारी साझा संस्कृति को लेकर जागरूकता बढ़ाने से यह संख्या बढ़ सकती है। भारत में हम एससीओ फूड फेस्टिवल और बौद्ध महोत्सव का आयोजन करेंगे।
SCO में 8 देश शामिल
SCO में फिलहाल आठ देश हैं, जिनकी कुल आबादी दुनिया की कुल आबादी का 42 प्रतिशत है। इसके साथ इन देशों की जीडीपी, दुनिया की कुल जीडीपी का 20 फीसदी है। SCO समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन शामिल रहे। SCO की स्थापना वर्ष 2001 में चीन के शंघाई शहर में हुई। उस समय रूस, चीन, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य थे। पिछले वर्ष भारत और पाकिस्तान इसके सदस्य बने हैं।