Breaking News

राजभवन में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रैंकिंग सुधार के लिए विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों के निर्माण पर संगोष्ठी

लखनऊ। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, राष्ट्रीय और वैश्विक रैंकिंग में सुधार के लिए विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों के निर्माण पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय संगोष्ठी का शुभारम्भ किया। इस संगोष्ठी का आयोजन चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के सहयोग से किया गया। आयोजन को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वैश्विक डेस्टिनी के अंतर्गत, उच्च शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।

राजभवन में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रैंकिंग सुधार के लिए विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों के निर्माण पर संगोष्ठी

इसके लिए शिक्षा के साथ शोध और अनुसंधान को भी प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है. प्रीस्कूल एजुकेशन लेवल यानी केजी से लेकर पीजी तक हर वर्ग के प्रत्येक छात्र के लिए शिक्षा की योजना बनानी होगी। नई शिक्षा नीति शिक्षण संस्थानों में सभी स्तरों पर व्याप्त इस अंतर को पाटने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभा रही है।

ढाई सौ से अधिक फ्री टू एयर चैनल के जरिये गुणात्मक शिक्षा दी जायेगी। डिजिटल यूनिवर्सिटी के माध्यम से भारत के सामान्य घर के बच्चों तक शिक्षा उपलब्ध होगी. वहीं, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र के विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए।

बताते चलें, कुछ दिन पहले काशी में गणमान्य शिक्षाविदों का सम्मेलन हुआ था. इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था. इसमें नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन पर विचार किया गया था. इसमें केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया था कि मैकॉले शिक्षा पद्धति सिर्फ नौकरी पेशा मानसिकता प्रस्तुत करने के लिए बनाई गई थी। अब भारत पुनः विश्वगुरु बनने की दिशा में बढ़ रहा है.

रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री

About reporter

Check Also

वायु प्रदूषण से फेफड़े के अलावा इन अंगों को भी होता है नुकसान, कम हो सकती है बौद्धिक क्षमता

लाइफस्टाइल-आहार में गड़बड़ी के कारण पिछले एक-दो दशकों में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का ...