मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए एनसीपी चीफ शरद पवार ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने शिक्षा में अच्छा काम किया, उसकी बहुतों ने प्रशंसा की, उसे गिरफ्तार किया जाता है।
साफ है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरपयोग हो रहा है। पवार ने कहा कि पीएम मोदी को लिखे विपक्षी नेताओं के पत्र में सबसे पहला हस्ताक्षर मेरा था।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को लिखे पत्र में सबसे पहला हस्ताक्षर मेरा था, जिसमें विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों को हथियार बनाया जा रहा है। पवार ने कहा, “हम चाहते हैं कि पीएम हमारी चिंताओं को गंभीरता से लें। उदाहरण के लिए केजरीवाल सरकार में जिस व्यक्ति ने शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम किया और जिसकी बहुतों ने प्रशंसा की, उसे गिरफ्तार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। उन पर आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं का आरोप है। आज सीबीआई की टीम सिसोदिया की हिरासत दो दिन बढ़ाए जाने के बाद उन्हें अदालत में पेश करेगी।
एनसीपी चीफ शरद पवार ने एएनआई से बात करते हुए मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “ऐसी गिरफ्तारियों के कई उदाहरण हैं। जिन लोगों पर आरोप थे, उनके पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने के बाद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।