तमिलनाडु. एक चायवाले से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने ओ पन्नीरसेल्वम ने सीएम पद से इस्तीफा देने के पीछे ‘निजी कारणों’ का हवाला दिया है।पनीरसेल्वम के इस्तीफे के साथ ही शशिकला को सत्ता सौंपने का पूरा खाका तैयार कर दिया गया।इससे पूर्व रविवार को ही शशिकला को सर्वसम्मति से अन्ना द्रमुक विधायक दल का नेता चुन लिया गया था।शशिकला तमिलनाडु की तीसरी महिला सीएम के रूप में 9 फरवरी को सपथ ले सकती हैं।
एक अग्रेजी अखबार में छपी खबर के आधार पर, राज्यपाल सीएच विद्यासागर राव को लिखे पत्र में पनीरसेल्वम ने कहा कि निजी कारणों से वह अपना इस्तीफा दे रहे हैं,कृपया मेरे इस्तीफा स्वीकार करें और छह दिसंबर 2016 को मेरे द्वारा नियुक्त तमिलनाडु के मंत्रिपरिषद को कार्य मुक्त किया जाए।
कठपुतली से ज्यादा कुछ नही:
दिवंगत सीएम जयललिता के प्रति अपनी वफादारी और विश्वसनीयता से पहचान बनाने वाले पन्नीरसेल्वम द्वारा इस्तीफा देने के बाद पार्टी में उनकी भूमिका महज ‘कठपुतली’ से कमतर कुछ भी नही आंकी जा रही।
जनहित याचिका दायर:
अन्नाद्रमुक नेता वी के शशिकला को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनाये जाने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई।याचिका इस आधार पर दायर की गई है कि शीर्ष अदालत के एक सप्ताह के भीतर भ्रष्टाचार के उस मामले पर अपना फैसला सुनाने की उम्मीद है, जिसमें वह और दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता आरोपी हैं।जनहित याचिका चेन्नई निवासी सेंथिल कुमार ने दायर की है।
याचिका पर सुनवाई कल सुबह होने की संभावना है।कुमार ने याचिका में उल्लेख किया है कि वह खुद इस मामले में दलील रखेंगे। उन्होंने दावा किया है कि अगर शशिकला को मामले में दोषी ठहराया जाता है और इस्तीफा देने पर मजबूर किया जाता है तो तमिलनाडु में दंगा होने की बहुत अधिक संभावना है।