कोरोना वायरस को लेकर चल रही विभिन्न रिसर्च में गंजे पुरुषों के लिये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिसर्च में ये बात पता चली है कि गंजे पुरुषों में कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण होने का खतरा अन्य लोगों से ज्यादा है.
अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी द्वारा की गई इस स्टडी के मुख्य शोधकर्ता प्रोफेसर कार्लोस वैंबियर ने बताया कि पुरुषों में गंजापन कोविड-19 के गंभीर संक्रमण का रिस्क फैक्टर हंै. गौरतलब है कि जनवरी महीने में चीन के वुहान में कोरोना वायरस के आउटब्रेक के बाद ही ऐसी रिसर्च आई थीं कि इस महामारी से मौत का खतरा महिलाओं की तुलना में परुषों को ज्यादा है.
कोरोना वायरस और गंजेपन के संबध को समझने के लिए दो स्टडी की गई हैं. स्पेन में की गई एक स्टडी में 41 कोरोना मरीजों पर की गई रिसर्च में सामने आया कि इनमें 71 प्रतिशत से ज्यादा गंजे थे. जबकि ब्राउन यूनिवर्सिटी की रिसर्च 122 कोरोना मरीजों पर हुए थे शोध में 79 प्रतिशत गंजे थे.
दोनों ही स्टडी में एक समान नतीजे सामने आए हैं. रिसर्चर्स के अनुसार गंजेपन और कोरोना के गंभीर संक्रमण में खास संबंध है. रिसर्चर्स का दावा है कि पुरुषों का सेक्स हार्मोन एंड्रोजन कोरोना वायरस की संक्रमण करने की क्षमता को बढ़ा सकता है. इसी हार्मोन की वजह से पुरुषोँ में दवाओं का असर कम हो रहा है और रोगी गंभीर रूप से बीमार पड़ते जाते हैं. ऐसे मरीजों की रिकवरी में भी समय ज्यादा लगता है.
इससे पहले एक स्टडी में कहा गया था कि महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के रक्त में ऐसे अणुओं की संख्या ज्यादा होती है जो आसानी से कोरोना वायरस के वाहक बन जाते हैं. संक्रमित पुरुषों और महिलाओं की उम्र और संख्या समान थी, लेकिन पुरुषों को अधिक गंभीर बीमारी हुई. वैज्ञानिकों ने यह भी पाया कि मरने वाले 70 प्रतिशत से अधिक मरीज पुरुष थे, जिसका मतलब है कि पुरुषों में महिलाओं की तुलना में मृत्यु दर लगभग 2.5 गुना हो सकती है. उन्होंने कहा कि पुरुष की भले ही उम्र कोई भी हो लेकिन पुरुष होने की वजह से उसे वायरस के कारण गंभीर बीमारी होने का खतरा अधिक है.