प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने संकल्प से सिद्धि के अनेक ऐतिहासिक कार्य किए हैं. अयोध्या में जन्मभूमि पर भव्य श्री राम मन्दिर निर्माण का संकल्प पांच शताब्दी पुराना था. इस संवेदनशील विषय का दूर दूर तक समाधान दिखाई नहीं दे रहा था. क्योंकि देश के सेक्युलर राजनीति के दावेदार मन्दिर निर्माण रोकने के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार थे. नरेन्द्र मोदी के संकल्प से यह कार्य सिद्ध हो रहा है.
श्री काशी विश्वनाथ धाम संकरी गलियों में सिमट गया था. इसको भव्य बनाने की पहले कभी चर्चा नहीं होती थी. नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से यह कार्य भी सिद्ध हुआ. इसी प्रकार श्री विन्ध्यवासिनी धाम का भव्य निर्माण हो रहा है. साँस्कृतिक राष्ट्रवाद की यह यात्रा जारी है. उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध श्री महाकाल लोक का लोकार्पण नरेन्द्र मोदी ने किया. नरेन्द्र मोदी के संकल्पों में योगी आदित्यनाथ और शिवराज सिंह चौहान सहायक बनें. यदि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अपने को सेक्यूलर कहने वाली सरकारें होती तो यह कार्य सहज नहीं होता।
नरेन्द्र मोदी महाकाल लोक के पहले चरण का लोकार्पण किया. महाकाल लोक के लोकार्पण के दौरान अलग अलग प्रदेशों की सांस्कृतिक झलक दिखाई दे रही थी. भारत का साँस्कृतिक राष्ट्रवाद प्रतिध्वनित हो रहा था. करीब सात सौ कलाकार महाकाल लोक में अलग अलग स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दे रहे थे. मध्यप्रदेश की मालवा संस्कृति का नृत्य, गुजरात का गरबा, झारखंड के ट्राइबल एरिये से आए कलाकार भस्मासुर केरल के कलाकार कथक और आंध्र प्रदेश के कलाकार कुचिपुड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी. मंदिर में आकर्षक लाइटिंग की गई. पुष्प सज्जा भी आकर्षक रही।
इस सांस्कृतिक उत्थान के आयोजन पर देश के अनेक मंदिरों में भी विशेष आयोजन हुए. विशेष महामृत्युंजय जाप, शिव तांडव स्त्रोत का पाठ एवं हवन पूजन किया गया। इस अवसर पर महाकाल लोक उज्जैन के लोकार्पण का लाईव टेलीकास्ट बड़ी स्क्रीन के माध्यम से उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच किया गया।
करुणाधाम आश्रम में महाकाल लोक के लोकार्पण पर भव्य सुंदरकांड का आयोजन किया गया.मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के निर्देशानुसार एक सौ इकहत्तर नदी, तालाबों, बावड़ियों से लाए गए जल कलशों को रुद्रसागर में समर्पित किया गया। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि धर्मनगरी उज्जैन के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है। ‘आस्था-अध्यात्म की पावन नगरी उज्जैन एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है। आज शाम यहां भव्य और दिव्य श्री महाकाल लोक को राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। हर-हर महादेव!
‘मुख्यमंत्री चौहान ने सोशल मीडिया की प्रोफाइल की डीपी पर “श्री महाकाल लोक” का प्रतीक लगाने पर रविवार को अपने ट्वीट संदेश में श्री महाकाल के भक्तों को धन्यवाद देते हुए कहा कि श्री महाकाल प्रभु की कृपा हम सभी पर बनी रहे। सतत साधना, पूर्ण मनोयोग, असीम धैर्य, अटल दृढ़-संकल्प, अपरिमेय ऊर्जा और अपराजेय जज्बे के परिणामस्वरूप आज उज्जयिनी विलक्षण वैभव से सराबोर है।
भारत की अद्भुत कालजयी संस्कृति के परिचायक “श्री महाकाल लोक” को देख कर सनातन धर्म में हमारी आस्था और अधिक प्रबल होगी। बाबा महाकाल के प्रति लोगों की भक्ति ने सनातन धर्म की एक नई चेतना जगाई है। धर्म नगरी उज्जयिनी में “श्री महाकाल लोक” का लोकार्पण विश्व में सनातन धर्म की नई चेतना जागृत करने वाला सिद्ध होगा।
अद्वितीय “श्री महाकाल लोक” के लोकार्पण से प्रत्येक व्यक्ति स्वयं को जोड़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा “श्री महाकाल लोक” को बाबा महाकाल को समर्पित करना भारतीय सनातन संस्कृति के पुनरुद्धार का शंखनाद है। भारत की कालजयी संस्कृति के परिचायक श्री महाकाल लोक उज्जयिनी की दिव्यता और पवित्रता को सहेजने का उपक्रम है। शिव लीलाओं की अद्भुत छटा के साथ विकसित किया गया है।