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दूसरे चरण की जंग में भी एकजुटता जरूरी

डॉ दिलीप अग्निहोत्रीआपदा काल में राष्ट्रीय सहमति भारत की विशेषता रही है। इसके बल पर अनेक संकटों का सामना किया गया है। कोरोना आपदा के दूसरा चरण भी किसी जंग से कम नहीं। पहले चरण में भारत ने ताली थाली व दीप प्रज्ज्वलन से अपनी एक जुटाता प्रदर्शित की थी। एक जुट प्रयास से ही उस पहली जंग में सफलता मिली थी। लेकिन संकट पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ था। ऐसे में लापरवाही भारी पड़ी है। इस समय भी कोरोना के विरुद्ध पहली जंग जैसी एकजुटता आवश्यक है।

राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि सबके सम्मिलित प्रयासों से कोरोना के फेज एक की लड़ाई लड़ी गयी। इसमें उत्तर प्रदेश पूरी तरह से सफल रहा। उत्तर प्रदेश ने पूरे देश में कोरोना से जंग में सबसे अच्छा कार्य किया। इससे कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण लगा और केसेज की संख्या नगण्य हो गयी थी। अब कोरोना का वायरस अपना रूप बदलकर फिर से वापस लौटा है,जिससे स्थिति चिंताजनक हो गयी है। अब हम सभी लोगों को पुराने अनुभव का लाभ लेते हुए कोरोना के फेज दो को शीघ्र नियंत्रित करना होगा। ताकि इसका फैलाव रुके।

वैक्सिनेशन पर प्रगति

अब कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध है। राज्यपाल ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्य को प्रभावी ढंग से करना होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कोरोना के फेज टू की जंग में भी उत्तर प्रदेश प्रथम आयेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों एवं काॅलेजों के विद्यार्थियों के वैक्सीनेशन पर विचार किया जाना चाहिए। साथ ही, इनके परिवारों में मौजूद पैतालीस वर्ष तथा इससे ऊपर के सदस्यों का भी वैक्सीनेशन कराया जाना चाहिए। इससे बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन हो सकेगा।

कोरोना प्रोटोकॉल का पालन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत वर्ष जब कोरोना महामारी सामने आयी तब प्रदेश में कोविड टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं थी,परन्तु आज प्रदेश में दो लाख टेस्टिंग की क्षमता मौजूद है। पिछले वर्ष कोरोना से जंग में प्रदेश में बहुत से कार्य हुए। कोविड संक्रमण की रोकथाम और इसके उपचार के सम्बन्ध अनेक नये कदम उठाए गये। इसके चलते कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में सफलता मिली। संक्रमण कम होने बाद कोरोना केसेज सिर्फ दहाई में ही रिपोर्ट हो रहे थे। कोरोना का नया वायरस चिंताजनक है, जो तीव्रता से संक्रमण फैला रहा है।

लोगों को संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतनी होगी। कोरोना प्रोटोकाॅल का अनुपालन करना होगा। मास्क अनिवार्य रूप से पहनना होगा। बचाव और सावधानी महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना के इस नये रूप से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है। रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर टेस्टिंग की जा रही है। इसी प्रकार फोकस्ड टेस्टिंग पर ध्यान दिया जा रहा है। जनता का सहयोग अपेक्षित है। हाई रिस्क कैटेगरी के लोग, जिनमें बुजुर्ग,बच्चे और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं, अभी बाहर न निकलें।

सकारात्मक सहयोग

कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डाॅ दिनेश शर्मा ने भी सम्बोधित किया। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्रदेव सिंह,कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि सोहेल अख्तर अंसारी तथा बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि लाल जी वर्मा ने भी बैठक में अपने विचार व्यक्त किये। कॉंग्रेस तथा बीएसपी के प्रतिनिधियों ने सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी पार्टियां कोरोना के खिलाफ जंग में राज्य सरकार के सभी निर्णयों के साथ हैं। बैठक का संचालन चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने किया। धन्यवाद ज्ञापन स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने किया।

इससे पूर्व अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद द्वारा कोविड-19 के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी,राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता,अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी,अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल,अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल,प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार तथा सूचना निदेशक शिशिर मौजूद थे।

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