लखनऊ। किसानों को एक होकर अपना हक सत्ताधारी नेताओं से अपना हक लेना होगा। यह बात किसानों के लिए लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने ने कहा है कि 2022 में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है। लेकिन इस बार किसान लोग अपना वोट जाति के आधार पर किसी नेता को न दे।
अगर वोट करना है तो आप लोग ऐसे प्रत्याशी को वोट दें जो आपके हक की बात करे। सपा, बसपा, कांग्रेस को किसानों की याद केवल चुनाव के समय आती है। इसके बाद उनके लिए किसान कोई मायने नहीं रखते। सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने की मांगें तो मान ली जाती हैं। लेकिन किसानों के हक में अगर कोई रिपोर्ट सरकार के पास जाती है तो उसको सत्ताधारी नेता नहीं मानते हैं। केंद्र सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात की , गन्ना मूल्य भुगतान करने का वादा किया था लेकिन वो भी झूठा निकला। हालत यह है कि किसान अपनी फसल औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर रहता है।