समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग सेल के अध्यक्ष चौधरी लोटन राम निषाद ने भगवान राम को काल्पनिक और फिल्मी पात्र बताकर एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. सपा नेता ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि उनकी भगवान राम में कोई आस्था नहीं है. उन्होंने भगवान राम को फिल्म के पात्र जैसा काल्पनिक बताया है और कहा कि संविधान भी मान चुका है कि प्रभु राम जैसा कोई नायक भारत में पैदा नहीं हुआ.
मंगलवार को अयोध्या पहुंचे लोटन निषाद ने यह विवादित बयान दिया. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, अयोध्या में राम मंदिर बने या कृष्ण मंदिर, उससे मुझे कोई लेना देना नहीं है. भगवान राम में मेरी आस्था नहीं है. वे काल्पनिक और फिल्मी पात्र हैं. मेरी आस्था उनमें है जिनकी वजह से मुझे सीधा लाभ मिला. बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर, कर्पूरी ठाकुर, महात्मा ज्योतिबा फुले और छत्रपति साहू जी महाराज ने पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार दिया. मेरी आस्था इन महापुरुषों में है.
सपा नेता यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि इन महापुरुषों की वजह से हमें नौकरियां मिलीं, पढ़ने-लिखने के अवसर मिले और कुर्सी पर बैठने का अधिकार मिला. बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग में भ्रम पैदा करके बंटवारा करवाया और इसका चुनाव में राजनीतिक लाभ उठाया. निषाद ने कहा कि बीजेपी ने अखिलेश सरकार के दौरान दुष्प्रचार किया कि नौकरियों में सारा लाभ यादव और मुस्लिम उठा रहे हैं. अब हम समझ गए हैं, पिछड़ा वर्ग एकजुट हो रहा है.