कोलकाता: पश्चिम बंगाल में दो नव निर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। अब विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने सदन का विशेष सत्र बुलाया है। इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सदन की कार्रवाई की जिम्मेदारी अकेले राज्यपाल के कंधों पर नहीं होती। उन्होंने आगे कहा कि शुक्रवार को व्यापार परामर्श समिति (Business Advisory Committee) की बैठक होगी। इस बैठक में विधानसभा सत्र का कार्यकाल तय किया जाएगा। बिमान बनर्जी ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर दो बजे से विधानसभा के विशेष सत्र की शुरुआत होगी।
सब कुछ राज्यपाल के हाथ में नहीं- बिमान बनर्जी
विधानसभा स्पीकर बिमान बनर्जी ने आगे कहा ‘अगर किसी को लगता है कि हम कमजोर हैं, तो उनकी सोच गलत है। सदन कमजोर नहीं है और सब कुछ राज्यपाल के हाथ में नहीं है। आप हर समय अपना दबाव नहीं डाल सकते। कुछ नियम हैं, कुछ कानून भी हैं और हम सभी को इनका पालन करना चाहिए।’
लगातार छह दिन से जारी है विधायकों का धरना प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल में विधानसभा परिसर में दो नव नियुक्त विधायकों का धरना प्रदर्शन लगातार छठे दिन भी जारी रहा। उनकी मांग है कि उनका शपथ ग्रहण कार्यक्रम राजभवन में नहीं बल्कि विधानसभा में होना चाहिए। इससे पहले राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने दोनों विधायकों को शपथ गर्हण के लिए राजभवन में आमंत्रित किया था। बारानगर विधायक सायंतिका बंदोपाध्याय और भगवानगोला विधायक रायत हुसैन सरकार ने अपने धरना प्रदर्शन की शुरुआत 27 जून को की थी। शपथ ग्रहण न होने की वजह से उन्होंने अभी तक अपनी जिम्मेदारियों को भी ग्रहण नहीं किया है।
‘राज्यपाल ने इस मामले को अहंकार के युद्ध में बदल दिया’
विधानसभा स्पीकर बिमान बनर्जी से इससे पहले इस मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्यपाल ने इस मामले को अहंकार के युद्ध में तब्दील कर दिया है। उन्होंने कहा ‘राज्यपाल लगातार गतिरोध उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले को अहंकारी के युद्ध में तब्दील कर दिया है। यह मामला जल्द से जल्द सुलझाया जाना चाहिए, जिससे विधायक शपथ ले सकें।’