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बेसिक शिक्षा में कायाकल्प के कदम

उत्तर प्रदेश में विगत चार वर्षों के दौरान अनेक क्षेत्रों में विकास के कीर्तिमान स्थापित हुए है। उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा की स्थिति में पहले व्यापक सुधार की आवश्यकता थी। लेकिन इस ओर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। योगी आदित्यनाथ सरकार ने बेसिक शिक्षा में सुधार की कार्ययोजना बनाई। उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। इसमें शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही ढांचागत सुविधाओं का विकास शामिल था। ऑपरेशन कायाकल्प के नाम से शुरू हुई योजना के सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले प्रदेश के विद्यालय के भवनों की हालत जर्जर थी। वर्तमान सरकार ने संकल्प लिया कि लोगों को शिक्षा व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन देखने को मिलेंगे। प्रदेश के एक लाख बीस हजार परिषदीय विद्यालयों में ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से विद्यालय का सौन्दर्यीकरण,पेयजल, शौचालय,खेल का मैदान,ओपेन जिम इत्यादि की व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं। सीएसआर व अन्य लोगों के सहयोग से स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। प्रत्येक बच्चे को दो यूनीफॉर्म, जूता मोजा,स्वेटर,बैग, पाठ्य पुस्तकें निःशुल्क प्रदान की जा रही हैं।

मानव सम्पदा पोर्टल

मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से बच्चों तथा शिक्षकों के सम्बन्ध में अद्यतन जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इस पोर्टल द्वारा प्रदेश में बेसिक विद्यालयों की संख्या अवस्थिति तथा शिक्षक-छात्र अनुपात जैसी जानकारी घर बैठे कोई भी प्राप्त कर सकता है। योगी आदित्यनाथ ने नवचयनितों से कहा कि मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से वह सभी अपने सत्यापन की कार्यवाही शीघ्र आगे बढ़ाएं। कोविड काल खण्ड में बच्चों को ऑनलाइन प्रक्रिया से जोड़ने का प्रयास किया गया।

विकास के लाभ

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में साढ़े चार लाख करोड़ रुपये का निवेश सृजित किया गया है। इस निवेश से प्रदेश के एक करोड़ साठ लाख से अधिक नौजवानों को रोजगार प्राप्त हुआ है। एमएसएमई विभाग द्वारा संचालित एक जनपद एक उत्पाद योजना से रोजगार को बढ़ावा मिला है। केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं से साठ लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार प्राप्त हुआ है। प्रदेश के आठ आकांक्षी जनपदों में पिछले तीन वर्षाें के दौरान विभिन्न पैरामीटरों में उत्तर प्रदेश ने बेहतर लक्ष्य हासिल किये हैं,उसमें शिक्षा भी एक है।

मिशन मोड पर शिक्षा

उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मिशन मोड पर शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कार्य किये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के साथ-साथ शिक्षकों की भर्ती के लिए निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया अपनायी गयी है। नये छह विश्वविद्यालय बनने की प्रक्रिया में हैं। पचपन से अधिक नये महाविद्यालय,दो सौ पन्द्र से अधिक नये माध्यमिक विद्यालय तथा एक सौ छाछठ नये विद्यालय पं दीन दयाल उपाध्याय मॉडल स्कूल के रूप में कार्य कर रहे हैं। प्रदेश सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश आज परफॉर्मेन्स ग्रेेडिंग इण्डेक्स में प्रथम स्थान पर है।

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