“कविता हमारी माँ है, जो हमारा दर्द सुनती हैं, हमें तराशती है “- पद्मश्री विद्या बिंदु लगभग 4 दर्जन से अधिक कवियित्रियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित “कविता को है घर घर पहुंचना” इस महावाक्य द्वारा संस्थापक नरेश नाज ने महिला काव्य मंच का मकसद बताया वार्षिकोत्सव में ...
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