जब 94-वर्षीय पत्रकार हरीश चंदोला का उनके नई दिल्ली-स्थित जोरबाग आवास में निधन (रविवार, 26 मार्च 2023) हुआ तो मैंने सोचा था कि संपादकीय श्रद्धांजलियां पेश होंगी। मगर निधन की खबर तक नहीं छपी कहीं भी। एक लाइन भी नहीं। जबकि भारत के चार शीर्षतम अंग्रेजी दैनिकों में वर्षों तक ...
Read More »Tag Archives: के. विक्रम राव
हिंदी रंगमंच पर तनिक ख्याली पुलाव!
विश्व थ्येटर दिवस पर आज (27 मार्च 2023) मेरा मस्तिष्क कुलांचें भर रहा है। कब वह मनोरम दौर, कम से कम वह शुभ पल, आएगा जब लखनऊ में हिंदी नाटकों के दर्शक अग्रिम बुकिंग कराया करेंगे। तरक्की तब दिखेगी जब उसके टिकट काला बाजार में बिकेंगे। जैसे दादर-मुंबई में मराठी-गुजराती ...
Read More »गार्डेन था, उद्यान बना! मनभावन तो अब हुआ!!
बहुसंख्यक मूल-भारत वासियों पर विगत छः सदियों से हो रहे भावनात्मक साम्राज्यवादी अत्याचार के खात्मे की शृंखला में एक नई कड़ी मोदी हुकूमत ने कल (29 जनवरी 2023) जोड़ दी। राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डेन में आबे ह्यात डालकर। अब यह “अमृत उद्यान” कहलायेगा, उजबेकी लुटेरों की याद मिटाकर। जहीरूद्दीन ...
Read More »जजों की नियुक्ति? अपनों के द्वारा होना बेढंगा है!
एक वैधानिक संयोग हुआ। बड़ा विलक्षण भी ! दिल्ली में कल (शुक्रवार, 25 नवंबर 2022) भारतीय संविधान की 73वीं सालगिरह की पूर्व संध्या पर शीर्ष न्यायपालिका तथा कार्यपालिका में खुला वैचारिक घर्षण दिखा। दो विभिन्न मंचों पर, विषय मगर एक ही था, “जजों की नियुक्ति-प्रक्रिया।” वर्तमान तथा भारत के पूर्व ...
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