बिहार के कैमूर में अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है, एक एएसडीएम पर दो शिक्षकों को लाठी से पिटने का आरोप है. शिक्षकों ने मामले की शिकायत कैमूर डीएम से की और मामले में कार्रवाई करने की गुहार लगाई. बिहार बोर्डर के कर्मनाशा एन एच 2 पर दोनों शिक्षकों का दण्डाधिकारी के रूप में ड्यूटी लगी थी. रात 10 बजे से सुबह के 6 तक एनएच—2 पर प्रवासी मजदूरों और वाहनों को देखभाल के लिए लगाया गया था. बताया जा रहा है कि बीते 19 मई के रात्री 12 बजे जब बाहर से प्रवासी मजदूरों का आवागमन बंद हो गया और वाहन की रफ्तार रुक गई तो दोनों शिक्षक कुर्सी पर आराम करने लगे.
शिकायत के मुताबिक आराम करते ही दोनों शिक्षकों की आंख लग गई, उसी समय मोहनियां एएसडीएम प्रशिक्षु सुजीत कुमार निरीक्षण करने आ गए. आरोप लगे हैं कि दोनों शिक्षकों को सोते देख वे भड़क गए और सिपाही के लाठी को छीनकर दोनों की पिटाई करने लगे. इसके बाद अगली सुबह दोनों शिक्षकों ने कैमूर शिक्षक संघ को सूचना दिया और कैमूर डीएम को लिखित आवेदन दिया. साथ ही एक प्रतिलिपी पटना प्रमंडलीय आयुक्त के नाम औऱ दूसरा मुख्य सचिव बिहार सरकार के नाम मेल पर दिया.
प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि जल्द अधिकारी एएसड़ीएम सुजीत कुमार पर कार्रवाई नहीं हुई तो कोरोना के लगे ड्यूटी में जो शिक्षक बोर्डर, रेलवे स्टेशन,क्वारंटाइन सेंटर में 500 शिक्षक लगे है उन सभी को वापस ले लिया जाएगा. शिकायतकर्ता शिक्षक गौतम कुमार और सुनील कुमार सिंह का कहना है कि कैमूर अपर समाहर्ता के दौरा कर्मनाशा बोर्डर और दोनों को 7 मई से रात्री 10 बजे से सुबह 6 बजे तक का ड्यूटी लगी थी. हम दोनों समय से ड्यूटी करते थे जब कि वहां पानी, मास्क, सेनेटाइजर की भी व्यवस्था नहीं थी. हम दोनों कुर्सी पर बैठ कर थोड़ा आराम करने लगे उसी बीच अचानक चोट लगी तो हम हड़बड़ी में उठे तो देख की मोहनियां एएसडीएम सुजीत कुमार लाठी से पीट रहे हैं.
मामले में एएसडीएम प्रशिक्षु सुजीत कुमार का कहना था कि मार पीट का आरोप बेबुनियाद है. हम कर्मनाशा बोर्डर पर निरीक्षण करने गए थे देखा कि दोनों शिक्षक ड्यूटी के दौरान गहरी नींद में सोय हुए थे तो डांट फटकार लगाई थी. इधर शिक्षक संघ ने एएसडीएम पर कार्रवाई नहीं होने पर शिक्षकों को कोरोना ड्यूट से वापस बुलाने की चेतावनी दी है.