यह सीरीज टॉस जीतो, मैच जीतो की तर्ज पर आगे बढ़ रही है। तीनों मैचों में जो टीम टॉस जीतकर गेंदबाजी करती है वह ही मैच जीतने में भी सफल होती है। इंग्लैंड ने भारत को तीसरे टी-20 मैच में 8 विकेट से परास्त करके सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली है और चौथा मैच भारत के लिए करो या मरो का मुकाबला हो गया है।
लेकिन यह नौबत लाने वाले तीन खिलाड़ी है। भारत तो चाहता था कि आज का मैच जीतकर चौथे मैच में भी जीत की लय बरकरार रख कर पांचवे मैच में कुछ नए खिलाड़ियों को मौका देता। लेकिन अब लग रहा है कि भारत को सीरीज बराबर करने के लिए पहले तो टॉस जीतना पड़ेगा और फिर अगला मैच भी।
यह तीन खिलाड़ी आज रहे मैच के मुजरिम
1) केएल राहुल: आज ट्विटर पर केएल राहुल से ज्यादा किसी भी खिलाड़ी की आलोचना नहीं हो रही है। वह बड़े और आक्रमक खिलाड़ी है इसलिए कोहली उनको टीम से बाहर निकालने के बार में सोच भी नहीं रहे लेकिन वह बार बार अपने कप्तान के भरोसे को तार तार कर रहे हैं। इस सीरीज की पिछली तीन टी-20 पारियों में वह मात्र एक रन बना पाए हैं। दूसरे और तीसरे टी-20 मैच में वह डक पर आउट हो गए।
केएल राहुल से कप्तान कोहली को अच्छी शुरुआत की दरकार थी। वैसे तो रोहित शर्मा भी आज कुछ खास नहीं कर पाए लेकिन उन्हें इस सीरीज में मौका ही पहली बार मिला तो वह इस मैच के मुजरिम नहीं है।
2) ऋषभ पंत: टेस्ट में टीम इंडिया के हीरो पिछली तीन पारियों से गैर जिम्मेदार तरीके से आउट हो रहे हैं। जनवरी माह में प्लेयर ऑफ द मंथ बने ऋषभ पंत टी-20 सीरीज में वह योगदान देने में नाकाम रहे हैं जिसकी उनसे अपेक्षा है।
दूसरे टी-20 में तो टीम इंडिय स्कोर के करीब पहुंच गई थी इस कारण उनका विकेट इतना अखरा नहीं। लेकिन पहले टी -20 में पंत ने लेग साइड में कैच उछाला और तीसरे टी-20 में तो उनका गुनाह माफ नही किया जा सकता है।
जब टीम इंडिया को साझेदारी की सबसे ज्यादा जरूरत थी तब वह रन आउट हो गए। वह भी दो रन लेने के बाद आधे ओवर थ्रो पर। पंत क्रीज के बहुत आगे चले गए थे, तीसरा रन लेने के चक्कर में वह अपना विकेट गंवा बैठे। हालांकि कॉल विराट कोहली की थी लेकिन पंत कप्तान को मना भी कर सकते थे। पंत ने 3 चौकों की मदद से 20 गेंदो में 25 रन बनाए।
3) शार्दुल ठाकुर :पिछले मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अपनी धीमी गेंदो से छकाने वाले और 2 विकेट लेने वाले शार्दुल ठाकुर की गेंदो से धार कहां गायब हो गई पता ही नहीं चला। वह 4 ओवर का कोटा भी पूरा नहीं कर पाए और उन्होंने 3.2 ओवर में ही 36 रन लुटा दिए।
अगर मैदान पर ओस की उपस्थिति होती तब भी उनसे सहानुभूति होती क्योंकि ऐसे में तेज गेंदबाज के लिए गेंद को स्विंग कराना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन सूत्रों के अनुसार अभी तक ओस की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
शार्दूल ने गेंद के साथ जो किया सो किया फील्डिंग में भी मौके गंवाए। जॉनी बेरेस्टो सस्ते में रन आउट हो जाते लेकिन उन्होंने किसी भी छोर पर गेंद ना फेंक कर पिच के बीच में खड़े कोहली की तरफ गेंद फेंक दी। इस वाक्ये से कोहली काफी नाराज भी दिखे।