राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा थाना इलाके के बूकना गांव में मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद में कुछ लोगों ने पुजारी को पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया. वारदात में गंभीर रूप से झुलसे पुजारी ने राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में दम तोड़ दिया.
घटना के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने घटना की कड़ी निंदा की है. अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिये पुलिस की आधा दर्जन टीमें सर्च अभियान में जुटी हुई हैं.
सपोटरा थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, वारदात बुधवार सुबह हुई थी. आरोप है कि मंदिर की भूमि पर कब्जा करने के लिए कैलाश मीणा, शंकर, नमो, रामलखन मीणा आदि छप्पर डाल रहे थे. इस दौरान बुजुर्ग पुजारी बाबूलाल ने उनको रोकने की कोशिश की. इस पर आरोपियों ने उन पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. इससे पुजारी बुरी तरह से झुलस गए.
परिजनों ने पुजारी को पहले सपोटरा चिकित्सालय में भर्ती कराया, लेकिन स्थिति नाजुक होने पर उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया. जयपुर में उपचार के दौरान गुरुवार शाम को पुजारी की मौत हो गई. पुजारी ने मौत से पहले पुलिस को दिये बयान में बताया है कि अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण करने से रोका तो उन्होंने उन पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी.