अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादी हमले का खतरा मंडरा रहा है, इसकी जानकारी भारतीय सेना ने दी है. भारतीय सेना ने कहा कि ऐसी खुफिया जानकारी मिली है कि आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं, लेकिन सेना यह सुनिश्चित करेगी कि वार्षिक तीर्थयात्रा शांतिपूर्वक हो.
पत्रकारों से बात करते हुए 9 राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर वी.एस. ठाकुर ने कहा कि सेना को खुफिया जानकारी मिली है कि आतंकवादी राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर कहीं यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं.
कमांडर ब्रिगेडियर विवेक सिंह ठाकुर ने दक्षिण कश्मीर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस बारे में खुफिया सूचना है कि आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की अपनी पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन इसके निर्बाध एवं शांतिपूवर्क संपन्न होने की व्यवस्था की गई है तथा संसाधन लगाये गये हैं.
उन्होंने कहा कि हम अमरनाथ यात्रा बगैर किसी विघ्न के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं और सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में बनी रहेगी. ब्रिगेडियर ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के एक हिस्से का उपयोग यात्री करेंगे, जो संदेनशनील बना रहेगा. उन्होंने कहा कि यह हिस्सा थोड़ा संवेदनशील है. यात्री सोनमर्ग तक जाने के लिये इस रास्ते का उपयोग करेंगे और बलटाल एकमात्र मार्ग है जो अमरनाथ गुफा जाने के लिये चालू रहेगा.
वी.एस. ठाकुर ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में शुक्रवार को हुई मुठभेड़, जिसमें वलीद नामक एक पाकिस्तानी सहित तीन आतंकवादी यात्रा शुरू होने से पहले ही मारे गए, सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को संदेश है कि सेना किसी भी प्रकार की बाधा के बिना अमरनाथ यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए प्रतिबद्ध रहेगी.