राजस्थान में सियासी उठापटक जारी है. अब भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ऑडियो रेकॉर्डिंग पर सीएम गहलोत से पाँच सवाल पूछे हैं और फोन टेपिंग की सीबीआई जांच की मांग भी उठाई.
संबित पात्रा ने राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किये कि क्या राजस्थान में सरकार ने फोन टेपिंग करवाई? अगर फोन टेपिंग हुई तो क्या उसके लिए सरकार ने नियम पालन किए? क्या गैर संवैधानिक तरीका से राजस्थान में सरकार को बचाने की कोशिश की गई है? क्या राजस्थान में सभी राजनेताओं के, चाहे वह किसी भी पार्टी से हो, सभी का फोन टेप हो रहा है? क्या राजस्थान में राज्य सरकार ने अप्रत्यक्ष आपातकाल लगा दिया है?
संबित पात्रा ने उन ऑडियो रेकॉर्डिंग्स का जिक्र किया, जिससे मुख्यमंत्री गहलोत ने बागी विधायकों पर निशाना साधा और ऐक्शन भी लिया. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा था कि उसमें विधायक खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने की बात कर रहे थे. जहां बागी विधायक और भाजपा उन रेकॉर्डिंग को फर्जी बता रही है, वहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने उनके 100 प्रतिशत सच्ची होने की बात कही है.
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार के ओएसडी लोकेश शर्मा ने एक ऑडिया जारी किया था और दावा किया कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह जयपुर के संजय जैन के जरिए विधायक भंवरलाल शर्मा के संपर्क में हैं. एक प्रेस नोट जारी करके बताया गया है कि भंवरलाल शर्मा ने 30 विधायकों की संख्या पूरी करने का आश्वासन दिया है. एक नहीं बल्कि तीन ऑडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें पैसे की लेनदेन की बात कही जा रही है. इस ऑडियो में लेन-देन की बात का भी दावा किया गया है. भंवरलाल जब अमाउंट की बात करते हैं तो कहा जाता है कि जो भी आश्वासन दिया गया है, पूरा किया जाएगा और वरिष्ठता का पूरा ध्यान रखा जाएगा. इसके बाद कांग्रेस ने भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया था.