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2019 के लोकसभा चुनाव में मंहगाई व बेरोजगारी रहा अहम मुद्दा

2019 के लोकसभा चुनाव में मंहगाई व बेरोजगारी एक मुख्य चुनावी मुद्दा था। लोगों ने विकास के नाम पर दोबारा केंद्र में भाजपा की सरकार को चुन लिया। ऐसा लगा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में मंहगाई व बेरोजगारी की समस्या से लोगों को निजात मिल जाएगी। लेकिन, अब तक ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है।

सरकार ने भले ही संविधान के आर्टिकल 370, नागरिकता कानून ,तीन तालाक जैसे मुद्दे पर अपने साहस का परिचय देते हुए संसद से विधेयक को पास कराकर कानून का रूप दे दिया हो। लेकिन, यह भी सही है कि इस सरकार ने मंहगाई व बेरोजगारी के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

यही वजह है कि फल व सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है। लोगों की जरूरत की मूल चीजों की कीमत लगातार बढ़ती ही जा रही है। आइये जानते हैं इस साल कैसे पेट्रोल व प्याज की कीमत के अलावा अब दूध की कीमत भी आसमान छू रही है।

पेट्रोल की कीमत में पहुंची 75 पार-

देश में मोदी की सरकार बनने के बाद लोगों की उम्मीद के मुताबिक पेट्रोल की कीमतों में कमी नहीं आई है। हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस साल वैश्विक बाजार में पेट्रोल की कीमतों में गिरावट देखने को जरूर मिली। लेकिन, इसके बावजूद भारत में इसका ज्यादा असर नहीं दिखा। इसके उलट देश में पेट्रोल की कीमत ने 9 दिसंबर को दिल्ली में 75 रूपए को पार कर लिया था। वर्तमान में भी पेट्रोल की कीमत 75 रुपए के ही आसपास है।

प्याज की कीमत ने लोगों को रोने के लिए किया मजबूर-
बिजनेस स्टैंडर्ड वेबसाइट के मुताबिक, देश में प्याज की कीमत इस साल 76 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि, इसका एक मुख्य वजह यह भी है कि इस साल प्याज उत्पादक राज्यों में बाढ़ आने की वजह से प्याज के सप्लाई चेन में भी बदलीव देखने को मिला था।

रिपोर्ट की मानें तो मुख्य प्याज उत्पादक राज्यों में 40 फीसद तक कम पैदावार इस साल हुई, जिसका असर लोगों की थाली पर पड़ रहा है।
इसके अलावा सरकार द्वारा इस मसले को गंभीरता से नहीं लेने की वजह से भी समय रहते प्याज की कीमतों में कमी नहीं हो पाई।

सरकार चाहे तो प्याज ही नहीं, सभी खाने-पीने की महत्वपूर्ण चीजों के ‘दाम बांधने की नीति’ बना सकती है। इससे किसान और व्यापारी मुनाफा तो कमाएं ही लेकिन सात ही लूट-पाट जमाखोरी में कमी की वजह से प्याज की कीमत भी कम होगी। वर्तमान समय में प्याज की कीमत 100 रुपए के आसपास होना निश्चत रूप से चिंता की विषय है।

दूध की कीमत में भी हुई वृद्धि-
पेट्रोल व प्याज के अलावा इस साल हम सबों को दूध की कीमत में भी इजाफा देखने को मिला। दिल्ली की सबसे बड़ी दूध कंपनी मदर डेयरी ने शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में दूध की कीमतों में 3 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की घोषणा की। इसके साथ ही टोकन और पॉली पैक दूध दोनों की कीमतों में 2-3 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी के बाद नई कीमत 55 रुपए एक लीटर की हो गई है।

टाइम्स ऑफ इंडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2016 से लेकर अब तक अमूल दूध की कीमत में 6 रुपए की वृद्धि हुई है। जून 2016 में एक लीटर अमूल दूध की कीमत 50 रुपए प्रति लीटर था जो कि अब 56 रुपए प्रति लीटर हो गई है।

इस तरह साफ है कि मंहगाई ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। इन सब मुद्दों के बावजूद सरकार एक के बाद एक विवादित मुद्दे पर कानून बना रही है।

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