बिहार के वैशाली जिले के नगर थाना क्षेत्र में हुई राज्य की एक सबसे बड़ी लूट की घटना में 55 किलोग्राम से ज्यादा सोना लूट लिया गया है, लेकिन पुलिस को इस मामले में अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। पुलिस ने हालांकि, सात लोगों के स्केच जारी किए हैं, जिसमें से तीन अपराधियों की पहचान होने का दावा किया जा रहा है। वैशाली जिला के प्रभारी पुलिस अधीक्षक मृत्युंजय कुमार चौधरी ने सोमवार को बताया, निजी फाइनेंस कंपनी में लूट की घटना में शामिल तीन अपराधियों की पहचान कर ली गई है। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद तीनों फरार हो गए हैं। जिन अपराधियों की पहचान की गई है, उसमें बिरेन्द्र शर्मा, ग्राम बलुआ बसंत, लालगंज (वैशाली), विकास झा, ग्राम शाहपुर पगरा, दलसिंहसराय (समस्तीपुर) और मुकुल कुमार राय, ग्राम गोखुलपुर, बिदुपुर (वैशाली) शामिल हैं। इसके अलावा इस घटना में शामिल चार अन्य लोगों की भी तस्वीरें जारी की गई हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि बिरेंद्र शर्मा और विकास झा इसी साल छह फरवरी को मुजफ्फरपुर में मुथूट फाइनेंस कंपनी से लगभग नौ करोड़ रुपये के 31 किलोग्राम सोना लूटकांड में शामिल थे। विरेंद्र घटना का मास्टरमाइंड बताया गया है। मुजफ्फरपुर पुलिस इन दोनों की घटना के बाद से तलाश कर रही है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, पुराने और नए आपराधिक गिरोह के सदस्यों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है, और पुराने लोगों की पहचान कर ली गई है।
इस लूटकांड के खुलासे के लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) भी मदद करने के लिए हाजीपुर पहुंच चुका है। घटना की जांच करने पहुंचे पुलिस महानिरीक्षक (आपरेशन) सुशील सिंह खोपडे ने कहा कि ”इस मामले के खुलासे के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं। सभी टीमें अपराधियों की धर-पकड़ में जुट चुकी हैं।” उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से भी मामले की जांच की जा रही है। इस बीच, सूत्रों का कहना है कि कुछ लोगों से पुलिस पूछताछ भी कर रही है।